बाल विवाह जैसी कुप्रथा के उन्मूलन के लिए छात्राओं को किया गया जागरूक
बाल विवाह जैसी कुप्रथा के उन्मूलन के लिए छात्राओं को किया गया जागरूक
अलीगढ़ । मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत गुरुवार को चिरंजी लाल कन्या इंटर कॉलेज में बाल विवाह पर चर्चा एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथा के प्रति चेतना और आत्मविश्वास का संचार करना रहा। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों एवं प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों ने बाल विवाह की कानूनी स्थिति, इसके दुष्प्रभाव और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि बाल विवाह से न केवल बालिकाओं का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होता है, बल्कि उनके शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।
यह बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजित कुमार ने छात्राओं से संवाद करते हुए कहा कि मिशन शक्ति का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन तभी संभव है जब प्रत्येक बालिका अपने अधिकारों को जाने और गलत प्रथाओं के विरुद्ध आवाज उठाए। उन्होंने छात्राओं से अपील की कि यदि उनके आसपास किसी नाबालिग का विवाह कराए जाने की जानकारी मिले, तो तुरंत महिला हेल्पलाइन 1090, महिला आपातकालीन सेवा 181 या बाल सहायता नंबर 1098 पर सूचना दें। कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या, शिक्षिकाओं और बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रतिभाग किया। छात्राओं ने बाल विवाह रोकथाम की शपथ ली और समाज में इस बुराई के उन्मूलन के लिए जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।





