भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) भानु के मुख्य सचिव योगेश यादव के नेतृत्व में जसराना, शिकोहाबाद और सिरसागंज तहसीलों में खाद्य सोसायटी पर किसानों के साथ हो रहे अत्याचार और कालाबाजारी के संबंध में 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) भानु के नेतृत्व में जसराना, शिकोहाबाद और सिरसागंज तहसीलों में खाद्य सोसायटी पर किसानों के साथ हो रहे अत्याचार और कालाबाजारी के संबंध में 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन मुख्य सचिव योगेश यादव के नेतृत्व में सौंपा गया।
जिसमें किसानों को आ रही समस्याओं के समाधान की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि अधिकारी कहते हैं कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को लंबी-लंबी लाइनों में लगकर एक दिन टोकन दिया जाता है और दूसरे दिन 2 बोरी डीएपी दी जाती है।
इससे किसानों को अपनी दिहाड़ी छोड़कर खाद लेने के लिए बार-बार आना पड़ता है, जिससे वे परेशानियों से गुजर रहे हैं। भाकियू भानु के मुख्य सचिव योगेश यादव ने कहा कि इस प्रक्रिया को बदला जाना चाहिए और किसानों को एक ही दिन में खतौनी के हिसाब से खाद दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को भरपूर खाद दी जानी चाहिए और लंबी-लंबी लाइनों से निजात दिलाई जानी चाहिए। तीनों तहसील के उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि ऐसा नहीं होगा और सभी किसानों को भरपूर खाद दी जाएगी और उन्हें उनकी भूमि के अनुसार खाद दी जाएगी।
इसके अलावा, लंबी-लंबी लाइनों से निजात भी दिलाई जाएगी। इसके बाद, भाकियू भानु के प्रतिनिधिमंडल ने शिकोहाबाद अधिशासी अभियंता से मिलने का प्रयास किया, लेकिन पीआरडी छोटेलाल ने अभद्रता की और ऑफिस से बाहर बैठने को कहा। इसके बाद, भाकियू भानु के पदाधिकारियों ने तत्काल धरना प्रदर्शन किया, जिसमें मौके पर तत्काल पुलिस बल पहुंच गया।
अधिशासी अभियंता अतीश आनंद ने मौके पर पहुंचकर पीआरडी को अपने दफ्तर से हटाने के लिए पत्र जारी कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया। इस अवसर पर योगेश यादव मुख्य सचिव, प्रदीप परमार, हरेंद्र यादव, अजय यादव, जलवा यादव, अंकित यादव, विवेक यादव, लवकेश, गौरव यादव, संतोष कुमार, अमन ठाकुर, राजकुमार और अन्य किसान मौजूद रहे।





