मैनपुरी के गांवों में बुखार का कहर, 50 से अधिक बीमार

Sep 14, 2025 - 09:49
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मैनपुरी के गांवों में बुखार का कहर, 50 से अधिक बीमार

मैनपुरी के गांवों में बुखार का कहर, 50 से अधिक बीमार

★ दो मरीज निकले डेंगू पॉजिटिव, कई घरो के लोग बीमार पड़े।

मैनपुरी। विकासखंड मैनपुरी के गांव करीमगंज में दो वर्ष पूर्व डेंगू की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हुई थी। इसी करीमगंज गांव के मजरा राजपुरा में फिर से बुखार ने दस्तक दे दी है। कई घरों में लोग बुखार से बीमार पड़े हैं। करीब 11 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती है। गांव में डेंगू पॉजिटिव मिलने से लोग दहशत में आ गए हैं। डेंगू पॉजिटिव मिलने पर दो मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। ग्राम पंचायत करीमगंज से दो किलोमीटर दूर मजरा राजपुरा स्थित है।

यहां एक सप्ताह से बुखार ने अपने पैर पसार लिए हैं। गांव राजपुरा के कई घर में बुखार से पीड़ित लोग चारपाइयों परे लेटे दिख रहे हैं। गांव निवासी साहब सिंह की पुत्री साधना और बृजेश कुमार की पत्नी प्रीति डेंगू से पॉजिटिव निकली हैं। उन्हें जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया है। जबकि एक अन्य कुणाल को भी बुखार आने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। कुणाल की डेंगू जांच कराई गई है। रविवार को उसकी रिपोर्ट प्राप्त होगी। एक साथ 50 से अधिक लोगों के बुखार की चपेट में आने से गांव के लोग दहशत में हैं। ग्रामीणों के अनुसार गांव के चारों तरफ जलभराव है। पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण यहां बीमारियां फैल रही हैं। कई घरों में सभी सदस्य बुखार से ग्रसित है। सुरभि पत्नी रोशन सिंह, आरजू, लब्यास, साहिल पुत्र प्रदीप, संगीता पत्नी प्रदीप फर्रुखाबाद के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। इसके साथ ही अहिवरन सिंह, कन्हैया, राजरानी पत्नी राजेंद्र सिंह, प्रियांशु, विशाल, श्रीदेवी पत्नी आनंद, शिवानी पुत्री आनंद, सौरभ, रश्मि पुत्री हेम सिंह, अंशुल आशु, दयावती पत्नी जयवीर, सौदान सिंह, विनीता पत्नी धीरज सिंह, धीरज, रामपाल, मुन्नी देवी पत्नी शैतान सिंह, राजेश पुत्री शैतान सिंह, रिंकी पुत्री मुकेश, रेनू पुत्री शैतान सिंह, बबलू और सुरेश के अलावा अन्य लोग बीमार हालत में घरों में लेटे हैं।

 गांव में स्वास्थ्य विभाग की उचित व्यवस्था न होने के कारण कुछ ग्रामीण घरेलू नुस्खे अपना रहे हैं। लोगों ने घरों के चूल्हे में गर्म पानी का भी प्रयोग कर रहे हैं। कुछ घास फूस की दवाई भी खा रहे हैं। कुछ डेंगू की संभावना से बचने के लिए बकरी के दूध और पपीता के पत्तों आदि का सेवन कर रहे हैं। गांव में बुखार पीड़ितों की जानकारी है। दो लोगों में प्राथमिक जांच के दौरान डेंगू के लक्षण मिले हैं। एलाइजा जांच के लिए नमूना लगाया गया है। गांव में टीम भेजी गई है। यहां लगातार शिविर लगाकर उपचार दिलाया जाएगा। - *डॉ. आरसी गुप्ता, सीएमओ*