बाराबंकी: श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में लाठीचार्ज, सीओ सहित कई अधिकारी हटाए, जांच के आदेश
बाराबंकी: श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में लाठीचार्ज, सीओ सहित कई अधिकारी हटाए, जांच के आदेश
लखनऊ /यूपी– श्रीराम स्वरूप स्मारक विश्वविद्यालय में सोमवार को छात्रों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज के बाद मामला तूल पकड़ गया है। घटना में करीब 25 छात्र और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता घायल हो गए। वायरल वीडियो में पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर बर्बरता से लाठियां बरसाते देखा गया, जिससे सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए नगर क्षेत्राधिकारी (सीओ) हर्षित चौहान को तत्काल पद से हटा दिया है, जबकि नगर कोतवाली प्रभारी रामकिशन राणा और गदिया चौकी प्रभारी समेत पूरी चौकी पुलिस को *लाइन हाजिर* कर दिया गया है।
मामले की जांच की जिम्मेदारी अयोध्या रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार को सौंपी गई है। राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने देर रात जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय की डिग्री मान्यता को लेकर मंडलायुक्त अयोध्या को भी जांच के निर्देश दिए हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने उन्हें ऐसे विधि पाठ्यक्रम में दाखिला दिलाया है जिसे बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता प्राप्त नहीं है, जिससे उनका भविष्य संकट में पड़ गया है। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने नजदीकी पुलिस चौकी और परिसर में कथित रूप से तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया। विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार प्रोफेसर नीरजा जिंदल ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि "विश्वविद्यालय को BCI से पूर्ण मान्यता प्राप्त है और 2027 तक संबद्धता शुल्क का भुगतान किया जा चुका है।"
उन्होंने गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना के विरोध में ABVP कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और विश्वविद्यालय कुलपति से छात्रों से सीधे संवाद की मांग की है। संगठन ने निष्कासित छात्रों की बहाली और डिग्री की वैधता पर स्पष्टता की मांग करते हुए आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि **फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है** और शांति बनी हुई है।





