रिश्वतखोरी में लिप्त पुलिसकर्मियों पर एसपी की बड़ी कार्रवाई, चार निलंबित, मुकदमा दर्ज

रिश्वतखोरी में लिप्त पुलिसकर्मियों पर एसपी की बड़ी कार्रवाई, चार निलंबित, मुकदमा दर्ज
कासगंज। उत्तर प्रदेश जनपद कासगंज से पुलिस विभाग की साख को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। एक आम नागरिक से ₹3 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में *SOG कासगंज* और *पटियाली थाना* के पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक *अंकिता शर्मा* ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए गोपनीय जांच करवाई, जिसमें आरोप सही पाए जाने पर चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
? **क्या है पूरा मामला?** थाना सहावर क्षेत्र निवासी *अजय कुमार वर्मा* ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर आरोप लगाया कि *SOG सिपाही पवन* और *पटियाली थाना के सिपाही सोवरन सिंह* ने उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और ₹3 लाख की मांग की। जान-माल की चिंता में पीड़ित ने यह रकम बच्चों से उधार लेकर सिपाही सोवरन सिंह को दे दी, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया।
? **गोपनीय जांच में हुआ खुलासा** इस गंभीर आरोप की तत्काल गोपनीय जांच कराई गई, जिसमें सिपाहियों पर लगे आरोप पुष्ट पाए गए। इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना पटियाली में *मुकदमा अपराध संख्या 322/2025*, *धारा 140(2)/308(6) BNS* व *धारा 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act)* के तहत केस दर्ज किया गया।
? **चार पुलिसकर्मी निलंबित, CO पटियाली को सौंपी गई जांच** मामले में केवल सिपाही ही नहीं, बल्कि *थाना प्रभारी पटियाली निरीक्षक रामवकील सिंह* एवं *SOG प्रभारी उपनिरीक्षक विनय शर्मा* की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। इन दोनों अधिकारियों को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की विवेचना *क्षेत्राधिकारी (CO) पटियाली* द्वारा की जा रही है। पुलिस विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में कोई ढील नहीं दी जाएगी, चाहे वह कोई भी अधिकारी क्यों न हो।
? **प्रशासन का संदेश साफ है — भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं** इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि कासगंज पुलिस अब भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। आगे की जांच से यह स्पष्ट होगा कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल था और दोषियों को क्या सजा मिलती है।