कासगंज जर्जर सड़क दे रही हादसे को बुलावा विभाग सोया कुम्भकर्ण की नींद

Sep 12, 2023 - 19:06
Sep 13, 2023 - 08:56
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कासगंज जर्जर सड़क दे रही हादसे को बुलावा विभाग सोया कुम्भकर्ण की नींद
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आम जनता व स्कूली बच्चों को आने-जाने में होने वाली कठिनाइयां , कभीव भी कोई हो सकती हैं दुर्घटना

सूबे के मुखिया संत सरकार का सपना फेल

जर्जर सड़कें नहीं हुई गड्डा मुक्त ।

 कासगंज/अमांपुर अमांपुर एटा मार्ग बना दुर्घटनाग्रसित मार्ग अमांपुर से 06 किलोमीटर की दूरी तय करना आम जन मानस व स्कूल के छात्र छात्राओं को बना स्कूल आने जाने ने बना रोड़ा अमांपुर से अल्लीपुर, मझोला, अभयपुरा, नगला गुलरिया,फकोता ,तेजपुर, शेरपुर व नादरमई बरसोड़ा से आने वाले विद्यार्थियों व आम जन मानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं इस 06 किलोमीटर मार्ग पर साइकिल, मोटर साइकिल व टेम्पो से यात्रा बड़ी कष्टदायक होती हैं पूरी की पूरी सड़क टूटी हुई हैं और पूरी सड़क खड्डों से युक्त हैं ऐसे में हरसंभव हादसे का खतरा रहता है विद्यार्थी समय से विद्यालय नहीं पहुंच पाते यह एक आम सड़क हैं जो जिला मुख्यालय एटा से मिलती हैं जनता प्रतिनिधि आये दिन इसी रोड से निकलते हैं लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस तरफ आकर्षित नहीं होता विकास की गंगा में यह सड़क बहती जा रही है कई बार ग्रामीणों ने जर्जर सड़क की शिकायत भी की लेकिन रेस्पॉन्स जीरो सालों से क्षीर्ण रोड की तहफ विभाग व जनप्रतिनिधियों का कब ध्यान आकर्षित होगा यह मुख्य मार्ग जो एटा जनपद से राहगीरों को जोड़ता है इस मार्ग पर जगह जगह टूटी सड़क सड़क पर बने गड्ढे जो आने-जाने वाली आम जनता के लिए बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।बरसात को भी दो महीना से भी ज्यादा हो गया है, सड़क पूरी ध्वस्त पड़ी हुई है, लेकिन उसको अभी तक ना तो बनवाया गया है, और ना ही उसकी मरम्मत ठीक तरीके से कराई गई है। जिससे कि स्कूली बच्चों और आने-जाने वाली आम जनता को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है,क्षेत्र की जनता जनप्रतिनिधियों से यह उम्मीद के साथ बोट व सपोर्ट करती हैं कि हमारे क्षेत्र में कोई समस्या नहीं आएगी वह चाहती हैं कि यह सड़क बन जाए ताकि किसी भी स्कूली बच्चे वह आम जनता को आने-जाने में होने वाली कठिनाइयों का सामना करना ना पड़े इस रोड पर आये दिन कोई बडी दुर्घटना भी घट सकती है। जबकि कई गांव के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक भी इसी रास्ते से अपने विद्यालय बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यालय जाते हैं तो, उनको भी इस कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

Sunil Kumar ब्यूरो चीफ ,कासगंज सुराग ब्यूरो