किसके पास जमा हो रहा था पुलिस अभ्यर्थियों से वसूल किया अवैध धन?

May 13, 2025 - 09:21
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किसके पास जमा हो रहा था पुलिस अभ्यर्थियों से वसूल किया अवैध धन?

किसके पास जमा हो रहा था पुलिस अभ्यर्थियों से वसूल किया अवैध धन?

एटा। कलावती डायग्नोस्टिक सेंटर और सुमित्रा डायग्नोस्टिक सेंटर एक ही बिल्डिंग में दो निजी संस्थान हैं जहां पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों को डरा धमकाकर लाखों रूपया प्रति अभ्यर्थी वसूला जा रहा था। इस वसूली अभियान में रंगे हाथ चिकित्सीय बोर्ड का अध्यक्ष डा. अनुभव अग्रवाल (आगरा) गिरफ्तार किया गया। डा. राहुल वार्ष्णेय का सुमित्रा डायग्नोस्टिक सेंटर है जिसमें वसूली अभियान चलाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि डा. राहुल वार्ष्णेय पुलिस अभ्यर्थी चिकित्सीय बोर्ड में शामिल नहीं है उसे सिर्फ इसलिए जेल भेजा गया है कि उसके निजी संस्थानों में प्रतिदिन लाखों रूपए की वसूली का खेल चल रहा था। जिस वायरल वीडियो के आधार पर प्रशासन द्वारा छापामार कार्रवाई की गई; उसी वीडियो में एक बैग भी दिखाई दे रहा है जिसमें अभ्यर्थियों से वसूल किया लाखों रूपया रखा जा रहा है।

पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों से वसूली का खेल काफी दिनों से चल रहा था, प्रतिदिन बैग में रूपया भरकर ले जाया जाता रहा। तो सवाल यह उठ रहा है कि रूपयों भरा वह बैग किसकी तिजोरी में खाली किया जाता था और अभ्यर्थियों से वसूल किया करोड़ों रूपया किसके द्वारा हजम कर लिया जाएगा। क्योंकि वसूल करने वाले तो जेल चले गए उनपर निलम्बन के अतिरिक्त और भी विभागीय और पुलिस की कार्रवाई अपेक्षित है। इस वसूली के खेल का मास्टर माइंड भी स्वयं बचने के लिए इन डाक्टरों पर कार्रवाई कर रहा है लेकिन जिन कलावती डायग्नोस्टिक सेंटर और सुमित्रा डायग्नोस्टिक सेंटर पर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था तो फिर चिकित्सा विभाग द्वारा उनके लाइसेंस क्यों नहीं निरस्त किए गए। पुलिस अभ्यर्थियों से अवैध वसूली में सिर्फ दो डाक्टर ही संलिप्त नहीं हैं बल्कि एक बहुत बड़ा रैकेट शामिल है जो योजनाबद्ध तरीके से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।

★ योगी सरकार का दावा किया फेल, छवि को लगाया बट्टा -

पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों से करोड़ों रूपया वसूल कर एटा के चिकित्सा विभाग ने योगी सरकार का दावा फेल कर दिया है कि उनके कार्यकाल में अभ्यर्थियों से रिश्वत नहीं ली जाती। सभी भर्तियां बगैर रिश्वत लिए सम्पन्न होती हैं। इस अवैध वसूली अभियान ने वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार के माथे पर काला टीका लगा दिया है जो तभी मिट सकेगा जब इस रैकेट में सहभागिता करने वाला हर अपराधी जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाए।