Firozabad News : रिटायर CO पत्नी दर्जा देकर लूटता रहा महिला की इज्ज़त, साथियों सहित FIR

Firozabad News : रिटायर CO पत्नी दर्जा देकर लूटता रहा महिला की इज्ज़त, साथियों सहित FIR

Jan 20, 2025 - 10:19
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Firozabad News : रिटायर CO पत्नी दर्जा देकर लूटता रहा महिला की इज्ज़त, साथियों सहित FIR
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Firozabad News : फिरोजाबाद में युवती को शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप करने का मामला सामने आया है। मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती ने कोर्ट के आदेश पर मैनपुरी में तैनात रहे सीओ ट्रैफिक संजय कुमार वर्मा पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने, उसको दूसरी पत्नी की तरह शिकोहाबाद में रखने समेत कई आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में तत्कालीन सीओ और उनके आठ साथियों को नामजद किया गया है।

मुकदमे के आदेश न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रट फिरोजाबाद ने दिए हैं। घिरोर थाना क्षेत्र की पीड़िता हाल निवासी शिकोहाबाद ने मैनपुरी में तैनात रहे सीओ ट्रैफिक संजय कुमार वर्मा पर संगीन आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने शिकायती पत्र में कहा है कि संजय वर्मा ने शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया। साल 2022 से कुरावली सर्किल में तैनात रहते सीओ के साथ युवती लिव इन रिलेशनशिप में रही थी। युवती का आरोप है कि सीओ ने उससे शादी भी की थी। दोनों पति पत्नी के रूप में रहने लगे। युवती का कहना है कि सीओ की पहली पत्नी संगीता देवी की 12 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। उनकी दो बालिग बेटियां हैं। दोनों बेटियां अपने पिता के साथ नहीं रहती थीं। ऐसे में पीड़िता

सीओ के साथ 3 साल रिलेशनशिप में रही। दावा है कि रिलेशनशिप के दौरान 23 अप्रैल 2023 को एक समझौता पत्र जनपद न्यायालय फिरोजाबाद में हुआ था। इसमें युवती और सीओ के फोटो हस्ताक्षर हैं। मोबाइल और न्यायालय के कैमरा रिकोर्डिंग में दोनों की दिख रहे हैं। कहा गया है कि इस समझौते में तय हुआ था, संजय कुमार वर्मा रिलेशनशिप के दौरान 4 माह में मकान दिलाएंगे, हर महीने 20 हजार रुपये, उसका इलाज, महंगाई भत्ता समय-समय पर बढ़ाकर देने और आठ लाख रुपये देंगे। इसके बाद सीओ ने पीड़िता को तीन लाख रुपये नगद और पांच लाख रुपये खाते में दिया था। युवती का आरोप है कि रिलेशनशिप के दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी होने पर सीओ ने जानबूझकर बीमारी की दवा बताकर कोई और दवाई खिला दी, जिससे पीड़िता का गर्भपात हो गया। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो सीओ ने कहा कि अभी बच्चे नहीं चाहते।

जब सेवानिवृत्त होंगे तो बच्चे के बारे में विचार करेंगे। सीओ पीड़िता को पत्नी बनाने का आश्वासन देते रहे। पीड़ता का कहना है कि सीओ ने उसे आर्थिक सुरक्षा का भरोसा दिलाया। कहा कि वह उसको अपनी सर्विस बुक में पत्नी के रूप में नोमिनी बनाएंगे। चल अचल संपत्ति और सरकार से मिलने वाली सेवाओं में बराबरी की भागीदार देंगे। इसके बाद 23 अगस्त 2024 को सीओ ने मोबाइल पर धमकी दी और कहा कि तुम्हें अपनी सर्विस रिकॉर्ड में नोमिनी नहीं बनाऊंगा। अपनी बेटियों को ही नोमिनी बनाऊंगा। युवती का आरोप है कि सीओ ने गाली गलौज देते हुए धमकी दी है कि झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा देगा। दूसरी महिला से शादी कर ली है। अब युवती को पत्नी नहीं मानता। जब पीड़िता विरोध करती थी तब पुलिस का भय दिखाकर बलात्कार करता। युवती का आरोप है कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर रास्ते से हटाने की साजिश की गई थी। आरोप है कि सीओ ने पीड़िता के सोने चांदी के आभूषण व आठ लाख रुपये भी हड़प लिए है। अब पीड़िता को डर है कि वह उसकी हत्या भी करा सकता है।

 पीड़िता का आरोप है कि 21 सितंबर 2024 को आरटीओ ऑफिस पर आए। उसके साथ आठ अज्ञात लोग भी थे। उन्होंने अपहरण का प्रयास किया। पीड़िता के चीखने चिल्लाने पर भीड़ इकट्ठा हुई तो सीओ समेत सभी आरोपी भाग गए। इसके बाद आरोपी ने घर पर बदमाशों को भेज कर फिर से अपहरण की कोशिश की। पीड़िता ने थाना शिकोहाबाद में मुकदमा दर्ज कराना चाहा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। अब कोर्ट के आदेश पर सीओ संजय वर्मा समेत आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में 3 दिसंबर 2024 को सीओ संजय सिंह की बेटी शुभांगी वर्मा ने भी मुकदमा दर्ज करानी वाली युवती की मां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। शुभांगी का कहना था कि महिला के पति के खिलाफ एक मुकदमे में जांच चल रही थी। इसी कारण महिला उनके पिता (तत्कालीन सीओ) से पूछताछ के लिए मिलने आती थी। इसी दौरान महिला ने उनके पिता संजय वर्मा के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी देकर पैसे ऐंठने का आरोप लगाया था।

मामले की जांच तत्कालीन एसपी ने की जो झूठी पाई गई। इसके बाद शुभांगी ने आरोपी महिला के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। फिलहाल रिटायर्ड सीओ लखनऊ में रह रहे हैं। रिटायर्ड सीओ संजय वर्मा का कहना है कि महिला और उसका परिवार पहले भी तीन बार लिखित में दे चुका है कि वे उन्हें नहीं पहचानते हैं। इस बार फिर से मुकदमा दर्ज करा दिया है। महिला अब 25 लाख रुपये की मांग कर रही है। ये महिला हाईकोर्ट भी गई थी, जहां आवेदन खारिज कर दिया गया था। ये मुकदमा सिर्फ रुपये ऐंठने के लिए दर्ज कराया गया है।