Etah News : मंडी की आढ़तों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भूखे रहकर करना पड़ रहा है काम, जाम से नहीं मिल रही निजात
Etah News : मंडी की आढ़तों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भूखे रहकर करना पड़ रहा है काम, जाम से नहीं मिल रही निजात
● एटा मंडी में प्रातः 6.30 बजे से धान तुलाई का समय करने से और बढ़ी परेशानी
● जी.टी. रोड़ और अलीगंज रोड़ सुबह से रात तक रहता है
● जाम मंडी की आढ़तों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भूखे रहकर करना पड़ रहा है काम -
मदन गोपाल शर्मा
एटा। कृषि उत्पादन मंडी समिति एटा में पिछले कई दिनों से धान की ज्यादा आवक होने से खरीद और बिक्री का समय प्रातः 6.30 बजे निर्धारित कर दिया गया है जिससे न सिर्फ आढ़तियों के यहां नौकरी करने वाले कर्मचारी परेशान हैं बल्कि जी.टी. रोड़ और अलीगंज रोड़ पर हर समय जाम लगा रहता है। प्राप्त सूचना के अनुसार बड़ी मात्रा में धान की आवक को देखते हुए गल्ला मंडी एटा की कमेटी के पदाधिकारियों और सचिव कृषि उत्पादन मंडी समिति ने आपसी सहमति से मंडी में काम शुरू करने का समय प्रात: 6.30 बजे निर्धारित कर दिया है जो बेहद परेशानियों का कारण बन गया है। प्रात: 6.30 बजे काम का समय निर्धारित करने से आढ़तियों की दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भूखे रहकर काम करना पड़ रहा है ।
वहीं कानपुर रोड़ (जी.टी.रोड़) और अलीगंज और फर्रुखाबाद रोड़ पर चौबीसों घण्टे जाम लगा रहता है। जी.टी.रोड़ पर साईं बाबा धर्म कांटा है तो अलीगंज रोड़ पर बी.एस धर्म कांटा है जिन पर तौल (कांटा) कराने के लिए प्रातः से ही जाम लग जाता है। कांटा कराने के लिए बेतरतीबी से खड़े धान से भरे ट्रेक्टर, मेटाडोर, छोटा हाथी आदि वाहनों की चार-पांच लाईन लगाकर कृषक रोड़ जाम कर देते हैं जिससे दूर दूर नगरों को जाने वाली पचासों रोडवेज बसों, कारों और अन्य वाहनों को घण्टों तक जाम में फंसे रहना पड़ता है। इतना ही नहीं मोटरसाइकिल सवारों को भी निकलने का रास्ता नहीं मिल पाता है। एटा गल्ला मंडी में धान की ज्यादा आवक होने से प्रति वर्ष जाम लगा करता था लेकिन रोड़ पर जाम की स्थिति दोपहर बाद बनती थी। तब मंडी में काम का समय 10 बजे से शुरू होता था और तब तक काम होता था जब तक पूरे धान की तुलाई नहीं हो जाती थी।
अब मंडी में काम शुरू करने का समय तो प्रातः 6.30 बजे निर्धारित कर दिया है लेकिन काम बंद करने का समय निर्धारित नहीं किया गया है रात-रात भर तुलाई चलती रहती है। यदि मंडी में काम का समय आम दिनों की तरह ही रहे तो कम से कम दोपहर तक तो दोनों सड़कें जाम विहीन रहेंगी जिससे अन्य वाहनों के आवागमन में बाधा उत्पन्न नहीं होगी। जिलाधिकारी महोदय से अपेक्षा है कि तत्काल संज्ञान लेकर मंडी में काम का समय 10 बजे से ही निर्धारित करायें ताकि आम जनता को कम से कम समय ही जाम से जूझना पड़े।