Agra News: एंबुलेंस चालक ने भाजपा नेता के भतीजे का शव ले जाने से किया मना, गिड़गिड़ाते रहे परिजन
Agra News: आगरा में निजी एंबुलेंस चालक ने भाजपा नेता के भतीजे के शव को मोर्चरी ले जाने से मना कर दिया, परिजनों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
Agra News: आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में निजी एंबुलेंस संचालकों की मनमानी का मामला सामने आया है। भाजपा नेता के भतीजे के शव को मोर्चरी तक ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने साफ मना कर दिया। जब घरवालों ने किराया देने की बात कही, तो चालक ने अभद्रता की और कहा कि यह सरकारी एंबुलेंस नहीं है, हम शव लेकर नहीं जाते। बात बढ़ने पर तीखी बहस हुई, जिसके चलते परिजनों को मजबूरन शव को स्ट्रेचर पर लेकर मोर्चरी तक जाना पड़ा।
श्यामो गांव के निवासी विजय सिंह लोधी, जो भाजपा में श्यामो मंडल अध्यक्ष हैं, ने बताया कि उनके भतीजे सूरज राजपूत (24) ने 28 सितंबर को विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था और उनका इलाज एसएन के मेडिसिन विभाग में चल रहा था। बुधवार की देर रात उनकी मृत्यु हो गई, जिसके बाद तड़के 4 बजे पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी ले जाना था।
मेडिसिन विभाग के गेट के पास एक निजी एंबुलेंस खड़ी थी। जब विजय ने चालक से शव को मोर्चरी तक पहुंचाने को कहा, तो उसने कहा कि यह प्राइवेट एंबुलेंस है। विजय ने कहा कि भाई, किराया ले लो। इसके जवाब में चालक ने कहा कि वह मरे हुए लोगों को लेकर नहीं जाता और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसी दौरान एक और निजी एंबुलेंस चालक आ गया और धक्का-मुक्की करने लगा। गेट पर एसएन की एंबुलेंस भी खड़ी थी, लेकिन उसका चालक भी शव ले जाने से मना कर दिया। अंततः परिजनों को शव को स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा।
इस घटना की शिकायत प्राचार्य से की गई है, और मुख्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात कही गई है। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि सुरक्षा गार्ड को निजी एंबुलेंस को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को पत्र भी लिखा गया है।
इसके अलावा, वक्ष एवं क्षय रोग विभाग से मरीज को रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटर तक ले जाने के लिए 1500 रुपये किराया लिया गया था। इस मामले की भी शिकायत प्राचार्य से की गई है, और जांच की जा रही है। प्राचार्य ने बताया कि चौकड़ा निवासी अमन राघव से निजी एंबुलेंस चालक द्वारा 1500 रुपये किराया लेने के मामले की भी जांच की जा रही है।