बिटिया के दामन पर 'झपट्टा' मारने वाले को धरने गई पुलिस ने अधेड़ को मारा 'मौत का धक्का'!
हरदोई। बिलग्राम इलाके से सोशल मीडिया पर सड़क किनारे खड़ी लड़कियों में एक का दुपट्टा खींचने का बाइक सवार शोहदों का वीडियो वायरल हुआ था। पता चला, वीडियो सितम्बर का है। एसपी नीरज जादौन ने मामला संजीदगी से लिया और सीसीटीवी में कैद घटनास्थल पर पहुंच गए।
विक्टिम बिटिया के परिजनों से मिले और मनचलों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिया। इसी क्रम में सोमवार/मंगलवार दरमियानी रात कुछ वर्दी में कुछ सादा कपड़ों में पुलिस नटपुरवा पहुंची थी और झड़प में अधेड़ की मौत हो गई।
वारदात कोतवाली बिलग्राम के नटपुरवा में पुलिस कार्यवाही के दौरान हुई। छात्रा से अभद्रता के आरोप में कमल बाबू के घर आधी रात सादा कपड़ों और वर्दी में पुलिस वाले उसके घर पहुंचे। कमल बाबू सोता मिला। उसे और उसकी बाइक को पुलिस ले जाने लगी तो परिजनों ने हल्ला काट दिया। कमल के पड़ोस में रहने वाले उसके मौसा कन्हई और तमाम लोग पुलिस से पूछने लगे, कमल को क्यों पकड़ा है। बताते हैं सवाल का जवाब वर्दी वालों में बेंत से दिया।
सुनवाई है, कन्हई (54) को पुलिस ने बेरहमी से पीटा और ऐसा धक्का दिया कि वह खंभे से टकरा खून से लथपथ गिर गया। अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। अधेड़ की मौत की बात से खाकी वाले ससेट गए, वक्त गवाएं बिना कमल और उसकी बाइक छोड़ भागे।
पुलिस कार्यवाही में कन्हई की मौत के बाद घर वालों ने हंगामा काट दिया। सुबह शव को पोस्टमार्टम को ले जाते हुए परिजनों की पुलिस से झड़प हुई। इसके बाद नटपुरवा में पीएसी और कई थानों की फोर्स लगाई गई है। मामले में पुलिस सफाई अटपटी है। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) नृपेंद्र कुमार ने बताया, अज्ञात पुलिसकर्मी पूछताछ के लिए कमल को ले जा रहे थे, विरोध करने में कन्हई गिर गए और इलाज के दौरान मौत हो गई, पुलिस पोस्टमार्टम की कार्रवाई कर रही है। अब ये बात कैसे ही गले उतर सकती है कि कप्तान के मौके पर पहुंचने के बाद लिए गए एक्शन में शामिल मातहतों की शिनाख्त ’पूर्वी साहब’ के पास नहीं हो।