Haridwar : मैं कर्ज के दलदल फसा हूँ, पति पत्नी ने गंगा में लगाई छ्लांग, बच्चे रहेंगे नानी के

Haridwar : मैं कर्ज के दलदल फसा हूँ, पति पत्नी ने गंगा में लगाई छ्लांग, बच्चे रहेंगे नानी के

Aug 13, 2024 - 07:43
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Haridwar : मैं कर्ज के दलदल फसा हूँ, पति पत्नी ने गंगा में लगाई छ्लांग, बच्चे रहेंगे नानी के
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Haridwar husband wife commit suicide: 'मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर ही नहीं निकला पा रहा। मरने से पहले की फोटो हम सभी को शेयर कर देंगे…'।

 ये लाइनें लिखने वाला शख्स अब इस दुनिया में नहीं है। दिल दुखाने वाली इस घटना में पति-पत्नी ने गंगा नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। मरने से पहले उन्होंने सेल्फी ली और फिर गंगा नदी में कूद गए। गंगा नदी में कूदकर जान देने के लिए वे 80KM बाइक से यात्रा कर हरिद्वार पहुंचे थे। पुलिस के हाथ सुसाइड नोट हाथ लिखी है, जिसमें आत्महत्या की वजह बताई गई है।

 जान देने वाली दंपत्ति सहारनपुर के हैं। शख्स सराफा कारोबारी था। गंगा में सुसाइड करने के लिए वह पत्नी सहित बाइक से शनिवार रात हरिद्वार पहुंचा। जहां गंगनहर के पुल पर दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा, सेल्फी ली और गंगा में छलांग लगा दी। फिलहाल कारोबारी का शव गंगनहर में उतराया मिला, जबकि पत्नी लापता है। सुसाइड करने से पहले शख्स ने वॉट्सऐप ग्रुप में एक नोट भेजा। जिसमें लिखा था “मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर ही नहीं निकला पा रहा।

मरने से पहले की फोटो हम सभी को शेयर कर देंगे। पुलिस की जांच में अबतक यह बात सामने आई है कि कारोबारी पर 10 करोड़ का कर्ज था। फिलहार मृतक के परिजन हरिद्वार पहुंच गए हैं। शख्स नगर कोतवाली क्षेत्र में किशनपुरा के रहने वाला सौरभ बब्बर 35 साल का था। सौरभ घर में ही श्री साईं ज्वेलर्स नाम से दुकान चलाता है। सौरभ की शादी 15 साल पहले मोना बब्बर से हुई थी। सौरभ के दो बच्चे हैं। । 12 साल की बेटी श्रद्धा और 10 साल का बेटा संयम।

सौरभ का बेटा दिव्यांग है। जानकारी के अनुसार, 5 साल पहले सौरभ का छोटे भाई से बंटवारा हो गया। इसके बाद सौरभ अपने माता-पिता से अलग रह रहे थे। छोटा भाई मां-बाप के साथ गोविंदनगर में रहता है। दरअसल, सौरभ सोने-चांदी के अलावा कमेटी का भी काम करते थे। कमेटी में लोग अपना पैसा जमा करते थे। जिसे वह ब्याज के साथ लौटाते थे। इस बीच सौरभ का व्यापार ठप हो गया था। सौरभ पर 10 करोड़ रुपए के कर्ज था। लोग अपना पैसा मांग रहे थे।

सौरभ ने यह बात अपनी पत्नी मोना को बता दिया था। दोनों काफी परेशान थे। सुसाइड करने से पहले सौरभ ने अपने दोनों बच्चों का नाना-नानी के पास छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि वे किसी जरूरी काम से जा रहे हैं, आकर बच्चों को लेकर जाएंगे। इसके बाद दोनों हरिद्वार चले गए। दोनों ने वहां गंगनहर पुल पर सेल्फी ली। सुसाइड नोट को वॉट्सऐप ग्रुपों पर भेजा और फिर नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा।

अंत में मैं और मेरी धर्म पत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। प्रॉपर्टी, दुकान और हमारा किशनपुरा वाला मकान मेरे दोनों बच्चों के लिए है। हमारे दोनों बच्चे अपने नाना-नानी के घर रहेंगे। इनका जीवन अब हम पति-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं। बच्चे हमारे वहीं रहेंगे, हमें किसी और पर भरोसा नहीं है। हमने लेनदारों को अंधाधुंध ब्याज दिया है। हम अब और नहीं दे पा रहे हैं। हम जहां सुसाइड करेंगे।

उस जगह जाकर वहां की फोटो हम वॉट्सऐप पर शेयर कर देंगे।’ इसके अलावा सौरभा का एक ऑडियो भी सामने आया है। जिसमें दुकान में काम करने वाले गोलू से कह रहा है- गोलू ये सबको दिखा देना, हम लोग हरिद्वार में है और अब मरने जा रहे हैं। ठीक है…!