Lok Sabha Elections 2024 : राजनीति पंडितों की भविष्यवाणी, किस दल को मिलेगी कितनी सीटें
Lok Sabha Elections 2024 : राजनीति पंडितों की भविष्यवाणी, किस दल को मिलेगी कितनी सीटें
लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के छह चरणों का चुनाव हो चुका है और अब सिर्फ एक फेस का चुनाव बाकी रह गया है. देश की जनता ने लगभग तय कर दिया है कि भारत में अगली सरकार किसकी बनने जा रही है। नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं...?
बीजेपी और विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' दोनों अपनी-अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं. हालांकि, जीत का सहरा किसके सिर बंधेगा, ये 4 जून को ही सामने आएगा, लेकिन नई सरकार को लेकर अभी तक कई भविष्यवाणियां राजनीति के जानकारों द्वारा की जा चुकी हैं. इनमें भारतीय राजनीति के चाणक्य प्रशांत किशोर से लेकर वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी तक शामिल हैं। चुनाव विश्लेषक और राजनीतिज्ञ योगेंद्र यादव ने हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपना एक आकलन सोशल मीडिया पर साझा किया।
इस आकलन में उन्होंने बताया कि उनके हिसाब से बीजेपीी और उनकी सहयोगी पार्टियों को कितनी सीटें मिलने जा रही हैं. योगेंद्र यादव के मुताबिक, मौजूदा चुनाव परिणाम एनडीए के पक्ष में ही आने वाले हैं. बीजेपी को 240-260 और एनडीए के साथी दलों को 35-45 सीटें मिल सकती हैं. यानि एनडीए को 275-305 सीटें मिलने जा रही हैं और पीएम मोदी एक बार फिर से देश की सत्ता संभालने जा रहे हैं। भारत में चुनाव और सामाजिक राजनीतिक विषयों की समझ रखने वाले प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों एनडीटीवी को दिये इंटरव्यू में बताया था कि देश में अगली सरकार किसकी बनने जा रही है।
प्रशांत किशोर ने भी बताया था कि देश में तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर सरकार बनने जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने बताया कि बीजेपी और खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कांग्रेस को बड़ी चतुराई से उलझाया. बीजेपी ने 370 सीटें और 'इस बार 400 पार' का नारा देकर गोल पोस्ट ही आगे खिसका दिया है, जो कांग्रेस समझ ही नहीं पाई, जबकि बहुमत का आंकड़ा 272 है. प्रशांत किशोर ने इस इंटरव्यू में बताया था कि दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी की सीटें बढ़ने जा रही हैं. बीजेपी को इस बार भी 2019 के आसपास ही सीटें आएंगी। एनडीटीवी के स्पेशल शो 'बैटलग्राउंड' में एनडीटीवी के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया से बातचीत के दौरान वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी ने बताया कि विपक्ष, भाजपा और मोदी सरकार पर हावी होने में सफल नहीं रहा है।
मोदी सरकार के खिलाफ कुछ असंतोष की भावना नजर आई, लेकिन विपक्ष उसे अपने पक्ष में भुनाने में बिल्कुल भी सफल नहीं हो पाया. हालांकि, देश में इस बार 'मोदी लहर' भी नहीं देखने को मिली. विपक्ष के पास कुछ स्थानीय मुद्दे जरूर थे, लेकिन इन्हें वे दृढ़ता से उठा नहीं पाए, इसलिए वे राष्ट्रीय स्तर तक नहीं पहुंच पाए. विपक्ष इन मुद्दों को लेकर लड़ता हुआ, तो नजर आया, लेकिन यह उसे जीत दिलाने में कारगर नहीं दिख रही है. नीरता चौधरी की पूरी बात का निचोड़ यह निकलकर आया कि देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है। सीएसडीएस लोकनीति के संदीप शास्त्री ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर तो इस बार देश में 'मोदी लहर' देखने को नहीं मिली, लेकिन राज्यों में छोटी-छोटी लहरें जरूर हैं।
राज्यों में 'मोदी हवा के झोंके', जरूर चल रहे हैं और इसका परिणाम 4 तारीख को नजर आएगा. 2004 का चुनाव परिणाम सामने आने के बारे में अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था- कौन क्यों जीता पता नहीं और कौन क्यों हारा वो भी पता नहीं. इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है. इस बार राज्यों के परिणाम हैरान करने वाले होंगे. मुझे लगता है कि हर राज्य में कुछ अलग नतीजा आएगा. हमें राज्यों में ध्यान देना होगा. वहीं, बीजेपी का आंकड़ा 304 से ऊपर रहता है या नीचे जाता है, यह 2 राज्य तय करेंगे. वो दोनों राज्य हैं महाराष्ट्र और बंगाल।
संदीप शास्त्री ने इशारों ही इशारों में बता दिया कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार आ सकती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद ने पिछले दिनों एक टीवी इंटरव्यू में बताया था कि बीजेपी को लोकसभा चुनावों में कितनी सीटें मिलने जा रही हैं. उन्होंने कहा था कि देश में इस बार मोदी सरकार नहीं बनने जा रही है. सीएम केजरीवाल ने बताया कि इस बार इंडिया अलायंस को 300 सीटें मिलने जा रही हैं. वहीं, बीजेपी की सीटें पूछने पर उन्होंने बताया कि सिर्फ 220 सीटें. यानि उनका कहना था कि इस बार विपक्षी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. साथ ही सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली की सातों सीटों पर इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का कब्जा होने जा रहा है।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया है कि इस बार बीजेपी को 150 सीटें भी नहीं मिलने जा रही हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि 140 करोड़ की जनता इस बार इन्हें (भाजपा) 140 सीटों ही देने जा रही है. यूपी, दिल्ली और पंजाब में ये 99 सीटों के खेल में ऐसे उलझे है कि कुछ नजर नहीं आ रहा, लेकिन यहां उन्हें कुछ हासिल नहीं होने जा रहा है।