सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद के शौचालय में लगा ताला मरीज तथा तिमारदार झाड़ियों में सौच जाने को मजबूर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद के शौचालय में लगा ताला मरीज तथा तिमारदार झाड़ियों में सौच जाने को मजबूर
फर्रुखाबाद/ शमशाबाद । जानकारी के अनुसार इस स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही कहे तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद में आने वाले मरीजों तथा उनके तीमारदारों को सौच क्रिया के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है अस्पताल में जहा मरीजों को दवाइयों की खातिर काफी दिक्कत उठानी पड़ रही वहीं लोगों को सौ च क्रिया के लिए भी काफी मुस्किलो का सामना करना पड़ रहा है ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद जहा चिकित्सा कर्मियों तथा आम लोगों की सुविधा को लेकर शौचालय का निर्माण कराया गया इस सौचालय में में ताला पड़ा देखा जा रहा ताला पड़ा होने से अमरजेंसी बार्ड में भर्ती महिला पुरुष मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बताते हैं शौचालय में ताला लगा होने के कारण मरीजो को या तो बाजार में स्थित सार्जनिक शौचालय का सहारा लेना पड़ रहा है या फिर अस्पताल परिसर में खड़ी झाड़ियो का सहरा लेना जाना पड़ रहा है।
बताते हैं दो दिन पूर्व एक विकलांग जिसकी पत्नी प्रसूता के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद में भर्ती कराई गई थी प्रसूता को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी सुबह के वक्त जब विकलांग सोच क्रिया के लिए शौचालय पहुंचा तो वहां ताला लगा हुआ था मजबूरन उसे एक बाइक सवार के सहारे बाहर जाना पड़ा।जानकार लोगों की माने तो यह अस्पताल अधीक्षक की लापरवाही है जो आज भी शौचालय में ताले पड़े हुए देखे जा सकते है सबसे बड़ी बात यह यहां गंभीर परिस्थितियों में आने वाले मरीजों को भी सोच क्रिया के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे मरीजों को जब अस्पताल परिसर का शौचालय नसीब नहीं होता तो उन्हें अस्पताल परिसर में खड़ी झाड़ियो का सहरा लेते हुए देखा गया ।
बताते हैं 2 दिन पूर्व एक तीमारदार गंभीर मरीज के साथ आया जिसे सो च क्रिया के लिए शौचालय में जाना था मगर शौचालय में ताला पड़ा था को बोतल के सहारे अस्पताल परिसर के पीछे झाड़ियो में देखा गया इस नजारे को जिसने भी देखा उसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को जमकर कोसा स्थानीय लोगो के अनुसार अस्पताल परिसर में आज कल गंदगी का साम्राज्य देखा जा रहा है गंदगी के चलते संक्रामक बीमारियों के फैलने के आसार हुए हैं लोगों का कहना है सी एच सी जहा बीमारियों से जूझने वाले मरीजों को जीवनदान मिलता आजकल लापरवाही के कारण अस्पताल खुद बीमारियो का जन्मदाता बन रहा है।
एक दुख का विषय है लोगो ने अस्पताल कर्मियो की लापरवाही पर अफसोस जताते हुए कहा अगर यही हालात रहे तो जीवन दाता अस्पताल भी संक्रामक बीमारियो का शिकार हो सकता बताते हैं अस्पताल परिसर में एक तरफ हैंड पंप लगा है। तो दूसरी ओर कुछ दूरी पर झाड़ियां देखी जा रही अधिकांश लोग शौचालय के अभाव में झाड़ियां के पीछे जाने को मजबूर है।बास्तबिक्ता को देखा जाए तो सरकार ने शहर से लेकर गांव गांव तक यहां तक की हर घर शौचालय उपलब्ध कराया लोग खुले में शौच जाने से बच सके इसी उद्देश्य को लेकर सरकार ने आम लोगों को शौचालय उपलब्ध करा उन्हें खुले में सब जाने से रोका ।
हालाकि सरकार ने शौचालय की व्यवस्था हर जगह कराई ताकि लोग खुले में शौच के लिए जाने से बचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद को भी अफसोस अस्पताल के शौचालय मे ताला लगा हुआ मजबूर लोग सोच क्रिया के लिए बाहर का सफर तय करने को मजबूर है या फिर अस्पताल परिसर में स्थित झाड़ियो का सहारा लेना पड़ रहा है जगह-जगह फैली गंदगी से दुर्गंध महसूस की जा रही यही दुर्गंध संक्रामक बीमारियों के फैलने का कारण बन सकती है यदि आने वाले समय में अगर अस्पताल प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो एक समय ऐसा होगा जब यहां लोग ।मजबूरन अस्पताल परिसर की झाड़ियो को शौच का अड्डा बनाने को मजबूर होंगे।