पुराने छात्र करेंगे टीचर्स डे पर नूतन और पूर्व अध्यापकों का सम्मान। अगले साल कॉलेज 175 वें साल पूरे करेगा
पुराने छात्र करेंगे टीचर्स डे पर नूतन और पूर्व अध्यापकों का सम्मान। अगले साल कॉलेज 175 वें साल पूरे करेगा
आगरा। आज सैंट जॉन'स कॉलेज के पुराने छात्रों की मिलन मीटिंग, शेरोएज हैंगआउट कैफ़े , ताजगंज आगरा। (Sheroes Hangout Cafe,Taj Ganj Agra) सम्पन्न हुई। अनिंदर बर्टी साहनी जो अब दुबई में रहते हैं और अल्कोलोजिम (alcoholism) पर लोगों को शिक्षा देते , उनके प्रयास से आज की मीटिंग अनिल शर्मा ने आयोजित की थी। आज कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ एस पी सिंह और अलमुनी असोसिएशन की टीचर इंचार्ज डॉ विननी जैन ने पुराने छात्रों को कॉलेज से जुडने के लिए चर्चा की।
कॉलेज ने पुराने छात्रों के लिए एक पोर्टल बनाया है, उस पर रजिस्टर करने के लिए कहा। आज के समय में कॉलेज के पुराने छात्रों के कई व्हाट्सएप और फ़ेस बूक पर ग्रुप हैं, कोई बैच से संबन्धित है, कोई दोस्ती पर है। पुराने छात्र बर्टी साहनी ने कहा के समय आ गया है के हम लोग एक हो कर कॉलेज में कुछ न कुछ कार्यक्रम करें। कर्नल शिव कुंजरू जो 1971 के युद्ध में पूर्व पाकिस्तान में पैरा ड्रॉप हो कर पहले भारतीय फौजी थे -ने कहा के उनका एडमिशन कॉलेज में खेल की वजह से हुआ था।
खेल का महत्व ज़िंदगी मे बहुत जरूरी है। राष्ट्रीय स्तर के हॉकी के खिलाड़ी अजित चतुर्वेदी ने नूतन छात्रों को कोचिंग का प्रस्ताव दिया। ब्रिग विनोद दत्ता और डॉ वेद त्रिपाठी ने कॉलेज में "आपदा प्रबंधन " पर कोर्स शुरू करने में पूर्ण मद्दद का आश्वासों दिया। विक्रम शुक्ला ने कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम करने का प्रण किया। अशोक अगरवाल अमर उजाला परिवार और ओम सेठ ने अपना पूर्ण सहयोग देने और अपने समय के पुराने छात्रों को जोड़ने का बीड़ा उठाया।
मीटिंग में पूर्ण सहमति से 5 सितंबर को टीचर्स डे भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया। पुराने छात्र और टीचर को-ओर्डिनेटर इस प्रोग्राम की रूपरेखा तैयार करेंगे। यह भी निर्णय लिया गया, के कॉलेज फ़ाउंडेशन डे और अगले साल कॉलेज के 175 साल के उपलक्ष में पुराने छात्र साल भर प्रोग्राम करेंगे। साथ साथ कॉलेज के साथ मिल कर पुराने छात्रों ने कमेटी बना कर, बाकी के पुराने छात्रों को कॉलेज के पोर्टल पर रजिस्टर करवाने का प्रयास होगा।
आज की मीटिंग में इतिहासकार, कॉलेज के पूर्व छात्र और पूर्व विभाग अध्यक्ष इतिहास डॉ आर सी शर्मा उपस्थित थे । पुराने छात्र चंदर कुमार (1977-81),सतेंद्र कुमार (1979-81), दीपक दान (1983), अमित खत्री (1994), डॉ शोभा शर्मा (1973), आभा शर्मा (1973), आशीष भाटिया (1996) ने भाग लिया और अपने विचार रखे ।