गुंडों के होंशले बुलन्द, पीड़ित के साथ वकील को भी धमकाने लगे पुलिस निष्क्रिय
गुंडों के होंशले बुलन्द, पीड़ित के साथ वकील को भी धमकाने लगे पुलिस निष्क्रिय
एटा। रामौतार दिवाकर पुत्र राम दुलारे निवासी ग्राम नगला सलेही थाना औंछा जिला मैनपुरी मेहनत मजदूरी करता है जो महनत मजदूरी के लिए जनपद एटा के हाथरस अड्डा जलेसर पर रह कर काम करने लगा और फिर वह अपने बच्चों को लेकर रहने लगा।
रामौतार जिस मकान में किराए पर रहता था उसके सामने दबंग यादव लोग रहते थे तो आदेश पुत्र राजपाल यादव गरीब मजदूर की नाबालिग 16 वर्षीय बेटी को बहलाफुसला कर भगा ले गया। जिसकी प्रार्थी द्वारा 30 नवम्बर 23 को थाने में तहरीर दी थी। लेकिन घूसखोर पुलिस ने मुकदमा 8 दिसम्बर 23 को कोतवाली जलेसर में पंजीकृत किया गया।
प्रार्थी रामौतार द्वारा भागदौड़ करके पुलिस ने लड़की बरामद करली और लड़की को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया जहाँ पुलिस की मौजूदगी में लड़की पर बयान बदलवाने को कहा गया और प्रार्थी को डराया धमकाया गया कि वह रुपये लेकर फैसला करले और चुप बैठ जाये। थाना आदि में समझाने बुझाने का कई दिनों तक दौर चला उसके बाद पुलिस ने मजबूरन आदेश का चालान कर जेल भेज दिया।
प्रार्थी रामौतार दिवाकर जो अनुसूचित जाति का गरीब व्यक्ति है अभियुक्त गण दबंग और ऊंची पहुंच वाले हैं। द्वारा आदेश की जमानत हेतु जो पोक्सो एक्ट में बंद है के भाई योगेश कुमार द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। मिली जानकारी के अनुसार अभियुक्त गण इतने शातिर हैं कि न्यायालय की कार्यवाही की प्रतियां (164 आदि के बयान) इनके पास पहुँच जाती है।
रामौतार दिवाकर के इस केस की पैरवी कर रहे एडवोकेट पंकज कुमार द्वारा न्यायालय में वाद पत्रावली प्रस्तुत की गई तो अभियुक्त गणों ने प्रार्थी के साथ साथ अगल अलग मोबाइल नम्बरों से केस न लड़ने की धमकियां दी गई है। भयभीत प्रार्थी जलेसर किराये का मकान छोड़कर अपने मूल गांव में रह रहा है और उसे भय है कि वह जलेसर गया तो अभियुक्त गण उसके परिवार व बच्चों पर झूठे मुकदमे और जान माल की छति पहुँचा सकते हैं।
प्रार्थी कभी घबराया और डरा महसूस दिखाई दिया था। जबकि जलेसर पुलिस निष्क्रिय और रिश्वत खोर साबित हो रही है क्योंकि वह अन्य अभियुक्तों को पकड़ने पर रुचि नहीं ले रही हैं। आपको बताते चले कि जलेसर कोतवाली पुलिस के होंशले बुलन्द है और अपराधी बाबा की सरकार में पुलिस के दोस्त हैं।
एक और जानकारी के अनुसार पता लगा है कि जलेसर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत जिन नाबालिग लड़कियों को बहलाफुसला कर लोग भगाकर ले जाते हैं यह एक तरह से गैंग सक्रिय हैं कई लड़कियां एक दो तीन महीनों तक उनके साथ शोषण करते हैं और बाहर लेजाकर बेच आते हैं। इस तरह के कई मामले प्रकाश में आये हैं।
अगर समय रहते संज्ञान नहीं लिया गया तो यह धंधा विकराल रूप ले लेगा। और उन बेटियों के केस लड़ने के लिए कोई अधिवक्ता तैयार नही होगा, जिन्हें अपराधी खुलेआम केस न लड़ने की धमकियां देते हैं।