कार में बुलाकर उतरवाए कपड़े, फिर एक साथ घुस गए 4 लोग, जानें फिर क्या हुआ

Apr 2, 2024 - 16:29
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कार में बुलाकर उतरवाए कपड़े, फिर एक साथ घुस गए 4 लोग, जानें फिर क्या हुआ
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पूर्वी दिल्ली। शकरपुर थाना पुलिस ने समलैंगिकों को ब्लैकमेल कर उनके साथ सेक्सटॉर्शन करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

उनकी पहचान गिरोह के सरगना हिमांशु गुप्ता, शिशांत कुमार, शादाब उर्फ अंजुम, गौरव कश्यप उर्फ लालू, दीपांशु कुमार उर्फ चिंटू के रूप में हुई है। पकड़े गए बिहार के किशनगंज निवासी शादाब के पिता सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर हैं। गिरोह 50 से अधिक समलैंगिकों को निशाना बनाकर रकम वसूल चुके हैं।

पुलिस ने इनके पास से एक मोबाइल बरामद किया है, जिसमें तीन पीड़ितों के अश्लील वीडियो मिले हैं। डेटिंग ऐप से संपर्क में आया युवक जिला पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि एक शख्स ने रविवार को पुलिस को लूट की सूचना दी थी। पीड़ित ने बताया कि वह नोएडा में नौकरी करता है। पीड़ित ने बताया कि वह शादीशुदा है और समलैंगिक है।

वह एक डेटिंग ऐप के जरिये 29 मार्च को एक युवक के संपर्क में आया था। कार से सुनसान जगह पर गए दोनों ने एक दूसरे को अपने फोटो भेजे और निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन के पास मिलने का तय किया। उसी दिन शाम को युवक कार से वहां पहुंचा और पीड़ित को अपने साथ शकरपुर ले गया। आरोपित ने कार एक सुनसान जगह खड़ी कर दी और कोई कुछ देखा न इसलिए बाहर से कार पर कवर ढक दिया। कार में अचानक घुस आए चार लोग आरोपित ने किसी तरह पीड़ित के कपड़े उतरवा दिए।

तभी चार लोग कवर हटाकर कार में जबरन घुस गए। एक युवक ने पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया और पीड़ित से उसका मोबाइल भी लूट लिया। पीड़ित से 20 हजार रुपये मांगने लगे, रुपये न देने पर वीडियो इंटरनेट मीडिया पर शेयर करने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने पुलिस को दी सूचना पीड़ित ने कहा वह रकम उन्हें बाद में दे देगा। बदमाशों ने उसका फोन रख लिया और उसे भेज दिया।

शनिवार को आरोपितों ने पीड़ित के फोन से उसकी पत्नी को रुपयों के लिए फोन किया और रुपये न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। पीड़ित ने हिम्मत करके मामले की सूचना पुलिस को दी। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी की। थानाध्यक्ष संजय गुप्ता की देखरेख में एसआई शुभम, हेड कांस्टेबल राहुल, रिंकू, सचिन, अरुण और अनुराग की टीम बनाई। टीम ने सीसीटीवी कैमरों के जरिये कार की पहचान की।

 पता चला कार शकरपुर निवासी दीपक गुप्ता के नाम पंजीकृत है और वह सीपी में छोले भठूरे बेचता है। कार उसका छोटा भाई हिमांशु इस्तेमाल करता है। पुलिस ने हिमांशु को शकरपुर से गिरफ्तार किया। बाद में उसके बाकी सहयोगियों को भी उसी इलाके से गिरफ्तार किया। जांच में पता चला वर्ष 2018 में हिमांशु आईपी एस्टेट क्षेत्र में दो साथियों के साथ घर में घुसा और फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लूटपाट की थी। इस मामले में गिरफ्तार हुआ।

जेल से बाहर आने पर उसने समलैंगिकों को निशाना बनाना शुरू किया। वह अपने भाई की कार में उनका अश्लील वीडियो बनाकर उनसे रकम ऐंठता था। समाज के डर से समलैंगिक पुलिस से शिकायत नहीं करते थे। आरोपित सेक्सटॉर्शन करके अपना घर का खर्च चला रहे थे। शादाब अंजुम शकरपुर में पीजी में रहकर स्नातक की पढ़ाई कर रहा था।