अमेरिकी सरकार ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना, ड्रैगन को दिखाया आईना
अमेरिका ने भारत सरकार के रुख का समर्थन करते हुए यह स्पष्ट किया है कि वो अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानता है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि वो चीन के किसी भी एकतरफा दावे का कड़ा विरोध करता है। गौरतलब है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता है. भारत और चीन परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं. दोनों देशों के बीच 3000 किलोमीटर लंबी सीमा है जिसका बड़ा हिस्सा अभी तक स्पष्ट रूप से विभाजित नहीं है।
चीन दावा करता है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है, वहीं भारत इस दावे को पूरी तरह से खारिज करता आया है. भारत का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि "अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का क्षेत्र मानता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिक या असैनिक दखल के जरिए किसी भी एकतरफा दावे का कड़ा विरोध करते हैं।
साल 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हुई झड़पों में कम से कम 20 भारतीय और 4 चीनी सैनिक मारे गए थे. उस घटना के बाद से दोनों देशों की सेनाओं ने सीमा पर अपनी स्थिति मजबूत की है और अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को तैनात किया है. गौर करने वाली बात ये है कि 1962 में भी भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर युद्ध हुआ था।
हाल के वर्षों में, विशेषज्ञों ने इस बात को रेखांकित किया है कि अमेरिका और भारत एशियाई और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत कर रहे हैं। बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच पहले से ही व्यापार शुल्क, कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति, मानवाधिकार, ताइवान और हांगकांग में चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जैसे मुद्दों पर कई वर्षों से तनावपूर्ण संबंध हैं।