जीजा के दुष्कर्म की शिकार नाबालिग साली ने दिया मृत बच्चे को जन्म
संभल। उत्तर प्रदेश में जीजा के शोषण का शिकार हुई नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने बृहस्पतिवार को मृत शिशु को जन्म दे दिया। पुलिस ने शिशु का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
इस मामले में डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा ताकि आरोपी को कड़ी सजा दिलाई जा सके। क्षेत्र के एक गांव में नौ माह पहले रिश्ते के जीजा ने 15 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म कर दिया। परिजनों को पांच माह बाद जानकारी हुई तो मुकदमा दर्ज करा दिया।
पुलिस ने आरोपी जीजा को जेल भेज दिया था। असमोली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी से रिश्ते के जीजा ने अप्रैल में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। परिजनों से बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पांच माह बाद किशोरी की तबीयत बिगड़ी तो परिजनों को किशोरी के गर्भवती होने की जानकारी हुई।
परिजनों ने सख्ती से पूछा तो किशोरी ने आपबीती बताई। 23 सितंबर को किशोरी के पिता ने असमोली थाने में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पांच माह का गर्भ होने के कारण किशोरी का गर्भपात नहीं कराया जा सका था।
बृहस्पतिवार को किशोरी ने मृत शिशु को जन्म दिया। कोतवाली प्रभारी अजीत सिंह ने बताया कि दुष्कर्म का मामला दर्ज है। पीड़िता ने मृत शिशु को जन्म दिया है। उसका डीएनए भी कराया जाएगा। ताकि आरोपी को कड़ी सजा दिलाई जा सके और पीड़िता को न्याय मिल सके।
पीड़िता के पिता ने बताया कि अप्रैल माह में रिश्ते का जीजा उसकी 15 वर्षीय बेटी को अपने साथ गंगास्नान के लिए लेकर गया था। वहां से वापस लौटते समय आरोपी ने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। डर की वजह से बेटी ने उन्हें कुछ नहीं बताया था। पांच माह के बाद जब उन्हें बेटी के गर्भवती होने की जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था।
मां बोली...बेटी की जिंदगी कर दी बर्बाद जिस पर भरोसा किया उसी ने उनकी बेटी की जिंदगी तबाह कर दी। उसकी करतूत के बाद न गांव में सम्मान रहा और न ही किसी से नजर मिलाने के काबिल रहे। ये शब्द दुष्कर्म पीड़िता की मां ने बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में कहे। इतना कहने के बाद वह फफक-फफक कर रो पड़ी।
इसके बाद आंखों में आंसू और रुधे गले से बताया कि उन्होंने आरोपी को सगे दामाद से ज्यादा माना था, इसी भरोसे पर मासूम बेटी को उसके साथ गंगास्थान के साथ भेजा, लेकिन उसने ही बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी। घटना के बाद से गांव के लोग उनके सामने ही तरह-तरह की बात करते हैं। अपमान का घूंट पीकर चुपचाप रहते हैं।
बेटी घुट घुटकर जी रही है। हर समय गुमसुम ही रहती है। कभी घर से बाहर भी नहीं निकलती है। अब उससे कौन शादी करेगा। घटना के बाद आरोपी कई बार आया था घर पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी ने अप्रैल माह में किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद डरा-धमकार चुप करा दिया था।
इसके बाद आरोपी कई बार उसके घर आया था। पांच माह बाद परिजनों को घटना की जानकारी होने के बाद 23 सितंबर को परिजनों ने केस दर्ज करा दिया था। आरोपी 23 को भी उनके घर पहुंच गया, जिस पर किशोरी के परिजनों ने पकड़कर पहले उसे पीटा और बाद में पुलिस को सूचना दी।