13 साल बाद फर्जी केस में बरी: शादी के दूसरे ही दिन दुल्हन चली गई थी अपने घर
13 साल बाद फर्जी केस में बरी: शादी के दूसरे ही दिन दुल्हन चली गई थी अपने घर
एयरफोर्स में नौकरी करने वाले कुक को शादी के दूसरे ही दिन ही अपनी पत्नी द्वारा छोड़ जाने का सामना करना पड़ा। इस मामले में कोर्ट ने 13 साल की सुनवाई के बाद इस कर्मी को बेगुनाह साबित कर दिया है।
अलीगढ़ निवासी त्रिलोक सिंह, जिन्हें 'शैंटू' कहा जाता है, ने कहा कि उनकी पत्नी ने दो दिन बाद ही उनसे फोन करके पैसे की मांग की, जिसका न मिलने पर वहने फर्जी केस दर्ज कर दिया। इसके बाद उसकी पत्नी ने उसे मार-पीट का आरोप लगाया और उसके ससुराल वालों को भी मामले में शामिल कर दिया।
कोर्ट में हुई सुनवाई में पाया गया कि महिला ने इसके लिए ससुराल वालों के साथ मिलकर साजिश रची थी। घटना के सबूत में दिखाई गई मारपीट और धमकी के झूठ साबित होने के बाद, कोर्ट ने त्रिलोक सिंह को बरी कर दिया है।
इस मामले में पीड़ित पक्ष के वकील ने बताया कि ससुराल वाले ने उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की थी, लेकिन इसका सत्यापन नहीं हो सका। इसके परिणामस्वरूप, अदालत ने इसे बेबुनियाद केस मानकर बरी कर दिया है।