CMO एटा उमेश कुमार त्रिपाठी जानें कैसे बने करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक
कहां से आई सीएमओ एटा उमेश कुमार त्रिपाठी पर अकूत सम्पत्ति।
दो बेटों को एमबीबीएस एवं एमडी और डीएम की पढ़ाई।
आगरा,ग्वालियर, अमापुर में लाखों का बाग,औरैया में करोड़ों की कोठी बंगला,और फैक्ट्रियां।
ध्यान से पढ़े क्या सरकारी नौकरी में उन्नति के नाम पर काल धन संचय होता प्रथम दृष्टया दोषी डाक्टर पर सरकार मेहरबान
संत सरकार में जीरो टॉलरेंस नीती फेल करने में सहभागिता सजातीय को बचाने में लगे विभागीय मंत्री
उत्तर प्रदेश सरकार के ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी जी भले ही प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त और अपराध मुक्त सरकार बनाने की कबायद में दिन रात एक किए हुए हैं।फिर भी बेलगाम अधिकारी कर्मचारी मिलकर प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई को ऐसे लूट रहे हैं, जैसे कभी दस्यु, डकैत,लूटा करते थे। आज CMO एटा कानून को ताख पर रखकर खुलेआम लूट रहे हैं।
बिना सुविधा शुल्क दिए कोई भी कार्य जनता का होना तो छोड़ो बहुत मुश्किल है। यहां ब्रज क्षेत्र की एक कहावत सटीक बैठती नजर आ रही है,खुदा मेहरबान तो गधा पहलवान इस कृत्य में सजातीय विभागीय मंत्री मेहरबान तो कार्यावाही करें कौन मामला एटा जनपद में तैनात सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी का उजागर हो रहा है, जिसमें उनके भ्रष्टाचार को पराकाष्ठा परलक्षित होती नजर आ रही है।
सीएमओ साहब के घोटालों की जांच तो मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को उनके द्वारा किए जा रहे घिटालो के सम्बंध में दिए गए प्रार्थना पत्रों आधार पर की जा रही है, लेकिन इस जांच के दौरान उनका ट्रांसफर नहीं किया गया।यह निष्पक्ष जांच में अवरोध उत्पन्न कर रहा है।दूसरी तरफ सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी ने एक नौकरी से अपने दो बेटों को एमबीबीएस कराकर डॉ0 बना लिया, वहीं आगरा, ग्वालियर और अमापुर जनपद एटा में करोड़ों रुपये की अकूत सम्पत्ति भी अर्जित कर ली।साथ ही बेटों के नाम पर अन्य सहयोगियों के साथ फैक्ट्री और फर्म भी संचालित हो रही हैं।
उन फर्मो से ही जब से सीएमओ एटा बने सारी वैध अवैध खरीददारी भी की गई है।जो जांच में चल रही हैं।अब सवाल यह उठता है, कि सीएमओ एटा की कोठी ग्वालियर के गोलामन्दिर के पास बनी है, वही आगरा में कोठी और फैक्ट्री संचालित है, करसाना अमांपुर (कासगंज) क्षेत्र में 17 बीघा का एक बाग जिसमे आम आदि के वृक्ष लगे हुए हैं, उसे 95 लाख के लगभग खरीदा है, जिसकी आज करोडों में कीमत है।
,कुल मिलाकर सीएमओ एटा उमेश कुमार त्रिपाठी करोड़ों रुपए की सम्पत्ति के मालिक किस श्रोत से बने यह उत्तर प्रदेश की ईमानदार सरकार के लिए एक प्रश्न चिन्ह है।यदि उत्तर प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी जी वास्तव में प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए तत्पर हैं, तो फिर उनको चाहिए कि नेताओं की तरह ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की भी ईडी से जांच कराकर जनता की गाढ़ी कमाई की पाई पाई का हिसाब लेना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार आशीष तिवारी की Super Exclusive रिपोर्ट*...साभार