Mainpuri News : जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण: कई अधिकारी-कर्मचारी गैरहाज़िर, वेतन रोकने के आदेश
जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण: कई अधिकारी-कर्मचारी गैरहाज़िर, वेतन रोकने के आदेश
मैनपुरी (अजय किशोर) जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने गुरुवार को विकास खंड सुल्तानगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु चिकित्सालय व कृत्रिम गर्भाधान केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई विभागों में भारी अनियमितताएं सामने आईं।
■ BDO कार्यालय: अधिकारी नदारद, जानकारी अधूरी - विकास खंड सुल्तानगंज कार्यालय में निरीक्षण के समय बीओ पीआरडी माधव सिंह और मनरेगा अकाउंटेंट अखिलेश कुमार की उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर तो मिले, पर दोनों कर्मचारी मौके से नदारद पाए गए। डीएमएमएलएस संजीव कुमार आकस्मिक अवकाश पर बताए गए, लेकिन अवकाश आवेदन कार्यालय में उपलब्ध नहीं था। अनुपम पाल बीसी भी अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने इन सभी कर्मचारियों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए। साथ ही मनरेगा के अंतर्गत प्राप्त व व्यय धनराशि व मानव दिवस सृजन की जानकारी भी मांगी, लेकिन संबंधित अकाउंटेंट की गैरमौजूदगी के चलते बीडीओ जवाब नहीं दे सके।
■ सीएचसी सुल्तानगंज: डॉक्टर और स्टाफ समय से गैरहाज़िर - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के दौरान आउटसोर्सिंग डॉ. पंकज सिंघल 01 अक्टूबर से अनुपस्थित मिले। डीएम ने उनका वेतन भी रोकने के आदेश दिए। हालांकि, दवा स्टॉक और ATM हेल्थ मशीन की स्थिति संतोषजनक पाई गई। दोपहर 12:50 बजे तक 95 मरीजों को ओपीडी में इलाज दिया गया था। मरीजों से बातचीत में यह सामने आया कि दवाएं समय पर मिल रही हैं और जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ समय से ड्यूटी पर उपस्थित रहें। साथ ही आशा, एएनएम और संगिनी के माध्यम से योजनाओं का लाभ गांवों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
■ पशु चिकित्सालय: पशु चिकित्साधिकारी लगातार गायब, पंजिका अधूरी** पशु चिकित्सालय और कृत्रिम गर्भाधान केंद्र की स्थिति भी संतोषजनक नहीं रही। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिलीप सिंह 27 सितंबर से अनुपस्थित मिले और उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर भी नहीं थे। डीएम ने उनका वेतन भी 27 सितंबर से रोकने के निर्देश दिए। दवा वितरण पंजिका में भी कई महीनों से वितरण न करने की बात सामने आई। डीप-फ्रीज़र खराब मिला, जिसकी कई बार शिकायत की जा चुकी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
■ स्वच्छता और रिकॉर्ड में लापरवाही पर फटकार कृत्रिम गर्भाधान केंद्र पर चारों ओर गंदगी और घास पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की। पशुओं के इलाज की प्रविष्टि पंजिका में नहीं थी, जबकि मौके पर 12 पशुओं का इलाज किया गया बताया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी भोगांव संध्या शर्मा, खंड विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. पपेंद्र, अनिल सक्सेना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।





