विकासखंड शीतलपुर में शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों का संवाद कार्यक्रम आयोजन
विकासखंड शीतलपुर में शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों का संवाद कार्यक्रम आयोजन
एटा, शीतलपुर। "समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश @2047" अभियान के अंतर्गत विकासखंड शीतलपुर के सभागार में शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजनों ने ग्राम प्रधानों एवं आमजन के साथ संवाद स्थापित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय स्तर की समस्याओं को समझना और आगामी विकास नीति में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करना रहा। संवाद के दौरान ग्राम प्रधानों ने क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं जैसे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में देरी, सड़क निर्माण, विद्युत आपूर्ति में बाधाएं आदि विषयों पर अपनी बात रखी। ग्राम गाजीपुर के प्रधान शेखर ने निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और मानकों की जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर बल दिया।
ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष नाथूराम वर्मा ने प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को पूर्व की भांति सरल बनाने का सुझाव दिया। पहरा माजरा कबीरपुर के प्रधान रवि यादव ने स्वास्थ्य सेवाओं को जनसंख्या के आधार पर समीप लाने की मांग की, जबकि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बेजुला प्रदीप कुमार ने सरकारी ग्राम समाज की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक प्रमुख पुष्पेंद्र कुमार लोधी ने प्रबुद्धजनों का स्वागत पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिह्न भेंट कर किया। प्रबुद्धजनों ने इन सुझावों को शासन तक पहुंचाने और समाधान के लिए गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया। उनका कहना था कि यदि "विकसित उत्तर प्रदेश @2047" के विजन को सफल बनाना है, तो इसमें ग्रामीण क्षेत्रों से प्राप्त सुझावों को शामिल करना अत्यंत आवश्यक है। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्र ने उपस्थित लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने सुझाव क्यूआर कोड के माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में शासन को प्रेषित करें ताकि उन्हें योजनाओं में सम्मिलित किया जा सके। कार्यक्रम में बीडीओ शीतलपुर प्रभु दयाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रदीप कुमार, जिला आबकारी अधिकारी अनूप शर्मा, डीपीओ अजयपाल सिंह, लेखाकार विपुल अग्रवाल, एपीओ राकेश दिवाकर, एडीओ बलवीर सिंह सहित अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान एवं आम नागरिक उपस्थित रहे।





