मिडनाइट फ्लैग होस्टिंग: आगरा के घटिया आजम खां चौराहा से शुरू हुई अनूठी परंपरा अब बेंगलुरु तक पहुँची

मिडनाइट फ्लैग होस्टिंग: आगरा के घटिया आजम खां चौराहा से शुरू हुई अनूठी परंपरा अब बेंगलुरु तक पहुँची
*– नागरिक सहयोग और भाईचारे को समर्पित आयोजन
आगरा। की आज़ादी के 78 वर्ष पूर्ण होने पर जहां पूरा देश दिन में ध्वजारोहण कर राष्ट्र को नमन करता है, वहीं आगरा के घटिया आजम खां चौराहे पर हर साल स्वतंत्रता दिवस की *मध्यरात्रि* को तिरंगा फहराकर एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। इस वर्ष भी 15 अगस्त की रात 12 बजे, घटिया एके चौराहा यातायात प्रबंधन समिति के तत्वावधान में ध्वजारोहण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर निगम के पूर्व पार्षद श्री **शिरोमणि सिंह** और सामाजिक कार्यकर्ता **अनिल शर्मा** ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया। यह कार्यक्रम न केवल आगरा बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में *मध्य रात्रि में होने वाला अकेला ध्वजारोहण समारोह* है। कार्यक्रम के बाद स्थानीय लोगों द्वारा देशभक्ति गीतों, कविताओं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल को जीवंत कर दिया गया।
### ऐतिहासिक जुड़ाव और उद्देश्य इस आयोजन की प्रेरणा 1947 की उस ऐतिहासिक रात से ली गई है जब पंडित **जवाहरलाल नेहरू** ने अंग्रेजी शासन के अंत और भारत की स्वतंत्रता की घोषणा करते हुए पहली बार तिरंगा फहराया था। साथ ही **भीकाजी कामा** जैसी महान विभूतियों को याद करते हुए राष्ट्रीय ध्वज की कल्पना को साकार करने का संदेश भी दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत **2018** में हुई थी। कोविड महामारी के समय इसे सीमित रूप से मास्क और सैनिटाइज़र जैसे प्रोटोकॉल के साथ मनाया गया, लेकिन अब यह पूरे उत्साह के साथ प्रतिवर्ष आयोजित होता है। प्रारंभिक आयोजन में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और चिकित्सक **डॉ. मीता कुलश्रेष्ठ** मुख्य अतिथि थीं।
### सामाजिक सौहार्द और संस्कृति का संगम यह आयोजन केवल तिरंगे तक सीमित नहीं है, बल्कि *स्थानीय नागरिकों और पुलिस प्रशासन के बीच सौहार्द* बढ़ाने और *भाईचारे* को मज़बूत करने का माध्यम बन चुका है। क्षेत्र के 7 से अधिक स्कूल इसमें भाग लेते हैं और इसे सांस्कृतिक दृष्टि से भी समृद्ध बनाते हैं। ### घटिया क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर घटिया आजम खां चौराहा केवल आयोजन का स्थल नहीं, बल्कि यह क्षेत्र स्वतंत्रता आंदोलन और आधुनिक भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं से गहराई से जुड़ा रहा है।
**एच.आर. कुंजरू**, **राजनाथ कुंजरू**, **डॉ. अशोक सिंघल**, **डा. रमेश चन्द्र शर्मा**, और प्रसिद्ध पत्रकार **टामस स्मिथ** जैसी विभूतियों का संबंध इसी क्षेत्र से रहा है।
### अब बेंगलुरु में भी मिडनाइट फ्लैग होस्टिंग समाजसेवी अनिल शर्मा ने जानकारी दी कि आगरा की इस पहल से प्रेरित होकर अब **बेंगलुरु** में भी एक स्कूल परिसर में *मध्यरात्रि ध्वजारोहण* की शुरुआत हो गई है। हालांकि आगरा में यह *खुले सार्वजनिक स्थल पर* होता है, जिससे इसकी पहुँच और प्रभाव और अधिक व्यापक होता है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में झंडारोहण के साथ-साथ *सांस्कृतिक कार्यक्रमों* को और विस्तार देने की योजना है।