सुंदर राजकुमारी और सात बौनों की कहानी

परी कथा किसी भी देश की सांस्कृतिक प्रतीक होती है। कोई लेखक अपने समाज को अच्छाई, मासूमियत और प्रेम की जीत का संदेश देना चाहता है तो वह बच्चों के लिए परी कथा लिखता है। यूरोपीय देशों के बच्चों के लिए 19वीं सदी में ऐसी ही एक परी कथा लिखी ग्रिम ब्रदर्स (जैकब और विल्हेम ग्रिम) ने जिसकी मुख्य किरदार है स्नो वाइट । यूरोप की सर्दी में बर्फ को देखते हुए एक रानी बर्फ जैसी सफेद रंग की बिटिया की प्रार्थना करती है।
कुदरत रानी की प्रार्थना सुन लेती है। रानी की गोद में ऐसी बच्ची आती है जिसकी त्वचा बर्फ जैसी सफेद तो बाल बादलों जैसे काले हैं। होठ गुलाब की पंखुड़ियों की तरह। बेटी की सुंदरता पर फिदा होकर रानी ने उसका नाम स्नो वाइट रखा। बच्ची के जन्म के कुछ ही दिन बाद रानी का देहांत हो जाता है और राजा दूसरी शादी कर लेता है। स्नो वाइट की परवरिश अब उसकी सौतेली मां के हाथों होती है जो बहुत क्रूर और घमंडी है | रानी अपने दर्पण से पूछती है, 'दर्पण दर्पण, बोल तू, सबसे सुंदर कौन है ?' दर्पण जवाब में रानी को ही सबसे सुंदर कहता था। एक दिन दर्पण ने रानी के रोज के सवाल पर कहा कि सबसे सुंदर स्नो वाइट है। यह सुन कर रानी ईर्ष्या से जल जाती है। वह एक शिकारी को बुला कर आदेश देती है कि स्नो वाइट को जंगल में ले जाकर मार दे और उसके फेफड़े व जिगर लेकर लाए। शिकारी का दिल स्नो वाइट पर पसीज जाता है। वह स्नो वाइट को छोड़ देता है। वह रानी के पास एक हिरण का फेफड़ा और जिगर लेकर पहुंच जाता है। जंगल में स्नो वाइट को सात बौने अपने घर ले जाते हैं। स्नो वाइट बौनों के साथ उनके परिवार की सदस्य की तरह रहने लगती है।
जादुई दर्पण ही रानी को जानकारी देता है कि स्नो वाइट अभी तक जिंदा है। यह जानकारी मिलने के बाद रानी स्नो वाइट को मारने की कोशिश करती है। दो बार तो बौने रानी की साजिशों से स्नो वाइट को बचाने में कामयाब हो जाते हैं। तीसरी बार रानी स्नो वाइट को खाने के लिए जहरीला सेब देती है जिसे खाकर स्नो वाइट के दिल की धड़कन रुक जाती है। इस बार बौने उसे बचा नहीं पाते हैं। दुखी बौने स्नो वाइट के निर्जीव शरीर को कांच के एक ताबूत में रखते हैं । उसी समय जंगल से एक राजकुमार गुजरता है। निर्जीव अवस्था में भी स्नो वाइट इतनी सुंदर लग रही थी कि राजकुमार को उससे प्यार हो जाता है। राजकुमार स्नो वाइट को चूमता है। राजकुमार के चुंबन से स्नो वाइट के शरीर से जहरीले सेब का असर खत्म हो जाता है और वह जिंदा होकर उठ बैठती है।
राजकुमार और स्नो वाइट की शादी हो जाती है। शादी के समारोह में ही रानी की मौत हो जाती है । ग्रिम ब्रदर्स के मूल संस्करण को डिज्नी ने रूपहले बाल कथा में रूपांतरित किया। डिज्नी की फिल्म 'स्नो व्हाइट एंड द सेवन ड्वार्क्स' दुनिया की पहली लंबी अवधि की कार्टून फिल्म थी। इस फिल्म के जरिए इस कहानी ने दुनिया भर में लोकिप्रियता पाई । आज स्नो वाइट परी कथाओं की अमर किरदार है। विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल मलोट पंजाब