जनता की वर्षों पुरानी इच्छा पूरी : गोरखपुर–पीलीभीत एक्सप्रेस का विस्तार इज्जतनगर (बरेली) तक
जनता की वर्षों पुरानी इच्छा पूरी : गोरखपुर–पीलीभीत एक्सप्रेस का विस्तार इज्जतनगर (बरेली) तक
लखनऊ। लोगों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए आज केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए गोरखपुर–पीलीभीत एक्सप्रेस को इज्जतनगर (बरेली) तक बढ़ाने का शुभारंभ किया। पहले यह ट्रेन लखीमपुर से गोरखपुर के बीच चलती थी, कुछ महीने पहले इसे पीलीभीत तक बढ़ाया गया था, और अब यह सेवा इज्जतनगर (बरेली) तक विस्तार कर दी गई है। यह कदम उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने और विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में बड़ा प्रयास है। ट्रेन विस्तार से स्थानीय लोगों की पुरानी मांग पूरी हुई है। इससे कृषि और वन उत्पादों को बाजार तक पहुंचाना आसान होगा, लोगों की यात्रा सुविधाजनक होगी और तराई क्षेत्र के सामाजिक व आर्थिक विकास को नया बल मिलेगा।
इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा और रोजगार के नए अवसर बनने की उम्मीद है।कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 के बाद से उत्तर प्रदेश में रेल विकास अभूतपूर्व स्तर पर हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य में 5,272 किलोमीटर नई रेल पटरियाँ बिछाई गई हैं — जो स्विट्ज़रलैंड के पूरे रेल नेटवर्क से भी अधिक है। साथ ही, उत्तर प्रदेश के सभी रेल मार्गों का 100% विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस अवधि में पूरे प्रदेश में 1,660 फ्लाईओवर और रोड अंडरब्रिज बनाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए भारतीय रेल ने राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर 154 लिफ्ट, 156 एस्केलेटर लगाए हैं, और 771 स्टेशनों पर Wi-Fi सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान में 34 वंदे भारत एक्सप्रेस और 26 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएँ चलाई जा रही हैं, जिससे यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली यात्रा सुविधाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 48 लंबे समय से लंबित परियोजनाएँ पूरी की गई हैं, जिनमें लखनऊ–पीलीभीत गेज कन्वर्ज़न, पीलीभीत–शाहजहांपुर गेज कन्वर्ज़न और बरेली–टनकपुर गेज कन्वर्ज़न शामिल हैं।
श्री वैष्णव ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में रेलवे निवेश में भारी वृद्धि हुई है। 2014 से पहले जहाँ यूपी को ₹1,109 करोड़ का बजट मिलता था, वहीं अब यह बढ़कर ₹19,858 करोड़ हो गया है — यानी 18 गुना वृद्धि। उन्होंने कहा कि राज्य के 157 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। इनमें से केवल पश्चिमी और उत्तरी यूपी में ही 48 स्टेशन शामिल हैं — जैसे मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बुलंदशहर, गढ़मुक्तेश्वर, गाज़ियाबाद, मेरठ सिटी, मोदीनगर, रामघाट, बिजनौर, धामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, पीलीभीत और बरेली आदि। इन 157 स्टेशनों में से 10 स्टेशनों का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं, और बाकी स्टेशनों पर कार्य तेज़ी से जारी है। यह बड़ा पुनर्विकास अभियान पूरे राज्य में आधुनिक, सुविधाजनक और यात्री-हितैषी स्टेशन विकसित कर रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने पीलीभीत को प्राथमिकता देने के लिए श्री अश्विनी वैष्णव का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि इस रेल विस्तार से छात्रों, किसानों और पर्यटकों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में सांसद श्री छत्रपाल सिंह गंगवार (बरेली), विधान परिषद सदस्य डॉ. सुधीर गुप्ता, और विधायक श्री बाबूराम (पूरनपुर) भी मौजूद रहे, जिन्होंने जनता की ओर से रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। गोरखपुर–पीलीभीत एक्सप्रेस को इज्जतनगर (बरेली) तक बढ़ाकर भारतीय रेल ने फिर साबित किया है कि वह यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ, अधिक परिवहन विकल्प और तराई क्षेत्र को विश्वसनीय एवं सतत रेल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।