पशुपालन के बिना खेती लाभ का धंधा बन नहीं सकता — श्री शिवराज सिंह

*भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया।
* पशुपालन के बिना खेती लाभ का धंधा बन नहीं सकता — श्री शिवराज सिंह
IVRI भारत की ग्रामीण जीवनशैली, पशुपालन संस्कृति और वैज्ञानिक उन्नति का आधार है — श्री शिवराज सिंह
‘लैब-टू-लैंड’ जोड़कर खेती में और तेजी से उपलब्धियाँ हासिल की जा सकती हैं — श्री शिवराज सिंह
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। 11वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि IVRI केवल एक संस्थान नहीं, बल्कि भारत की ग्रामीण, पशुपालन संस्कृति और वैज्ञानिक उन्नति का आधार है। उन्होंने कहा कि पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने ग्रामीण विकास, आजीविका, दुग्ध उत्पादन, टीका अनुसंधान, रोग निदान और जैव सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत ही नहीं, बल्कि विश्व को दिशा देने का काम किया है। श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थी इस बात को जान लें कि यह सिर्फ डिग्री प्राप्त करने का समारोह नहीं है, बल्कि नए उत्तरदायित्व को निर्वहन करने का मौका है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बार हमने एक प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक लैब में बैठकर प्रयोग करते थे।
एक गैप था लैब में बैठे वैज्ञानिक और लैंड पर काम कर रहे किसान कभी मिलते नहीं थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बार हमने वैज्ञानिकों को किसानों से मिलने के लिए कहा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खेत में बैठा किसान भी वैज्ञानिक है। श्री चौहान ने कहा कि 300 से ज़्यादा प्रयोग किसानों ने किए, वैज्ञानिकों को चाहिए कि इन प्रयोगों को एक नई दिशा दें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपका रिसर्च केवल पेपर लिखने के लिए नहीं है। आपके इस रिसर्च का रियल टाइम में लाभ मिलना चाहिए, किसान को, पशुपालकों को। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पशुपालन के बिना खेती लाभ का धंधा बन नहीं सकता। उन्होंने कहा कि केवल फसलों से काम नहीं चलेगा, इंटीग्रेटेड फार्मिंग के साथ पशुपालन भी हो। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि विकसित भारत का निर्माण हो, इसके लिए विकसित कृषि और समृद्ध किसान आवश्यक हैं और साथ में पशुपालन के क्षेत्र में भी निरंतर काम करना होगा।