आलमबाग अवध चौराहा सहित लखनऊ के विभिन्न चौराहों से दूसरे प्रदेशों के बिना परमिट की सैकड़ो की संख्या में अवैध मानक विहिन प्राइवेट बसों का किया जा रहा है संचालन

Apr 24, 2025 - 20:41
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आलमबाग अवध चौराहा  सहित  लखनऊ के विभिन्न  चौराहों से दूसरे प्रदेशों के  बिना परमिट की सैकड़ो की संख्या में अवैध मानक विहिन प्राइवेट बसों का किया जा रहा है संचालन

आलमबाग अवध चौराहा सहित लखनऊ के विभिन्न चौराहों से दूसरे प्रदेशों के बिना परमिट की सैकड़ो की संख्या में अवैध मानक विहिन प्राइवेट बसों का किया जा रहा है संचालन

लखनऊ/आलमबाग अवध चौराहा सहित लखनऊ के विभिन्न चौराहों से दूसरे प्रदेशों के बिना परमिट की सैकड़ो की संख्या में अवैध मानक विहिन प्राइवेट बसों का संचालन तेजी से किया जा रहा है , शाम 7:00 बजे से लेकर रात 12:00 बजे तक दिल्ली , मुंबई , आगरा , जयपुर , बिहार आदि शहरों की सवारिया नियमों की अनदेखी कर खुलेआम भरी जा रही है , हज़ारों की संख्या मे यात्रियों का जमवाड़ा सड़कों पर लगा रहता है।

आलमबाग अवध चौराहा पर सड़कों के किनारे सैकड़ों की संख्या मे अवैध बसे खड़ी रहती है, दो किलोमीटर लंबी बसों का कतार लगा रहता है, जिससे यातायात अवरुद्ध हो जाता है, सड़कों पर भीषण जाम लगा रहता है ,अवध चौराहा पर माo परिवहन मंत्री ने पूर्व में खुद निरीक्षण कर अवैध बसों के विरुद्ध कार्रवाई की थी, उक्त अवध चौराहे पर सड़क के किनारे अवैध टूर एंड ट्रैवल्स टिकट बुकिंग की अनेकों दुकाने खुली है , खुलेआम टिकट बुकिंग किया जा रहा है, इसकी तफ्तीश भी किया जा सकता है,विस्वस सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि, उक्त अवैध बस संचालन कराने में लखनऊ के संबंधित ट्रांसपोर्ट नगर आरoटीoओo , व एoआरoटीoओo प्रशासन का प्रति माह का रिश्वत का पैसा बंधा हुआ है, इसी कारण उक्त आरoटीoओo , व एoआरoटीoओo प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई ना कर संरक्षण देते हुए अवैध बस संचालकों से धन उगाही कर रहे है ,इस कृत्य से राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है , तथा सरकार की छवी को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे संज्ञान में लिया जाना नितान्त आवश्यक है ।

लखनऊ के संबंधित ट्रांसपोर्ट नगर के तत्कालीन आरoटीoओo , व एoआरoटीoओo प्रशासन के सरकारी व प्राइवेट मोबाइल फोन के Whatsup चैट , मैसेज चैट , मैसेंजर, सहित C.D.R निकाल कर जांच कराते हुए इनकी आय से अधिक सम्पत्ति की जांच की जाय , कृपया पूरे प्रकरण की जांच वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित कराकर दोषियों के विरुद्ध मुक़दमा दर्ज करा कर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना आवश्यक है।