फ्री में चाय परांठा खाने पर 4 जवान और SHO सस्पेंड
फ्री में चाय परांठा खाने पर 4 जवान और SHO सस्पेंड

पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली से परेशान एक रेहड़ी-पटरी वाले ने ऐसा कुछ किया कि जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान हो रहा है और उसकी हिम्मत की दाद दे रहा है। उसकी बहादुरी की वजह से ना केवल आरोपी पुलिस जवान सस्पेंड हो गए बल्कि उन्हें गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। यह मामला गुरुग्राम का है, जहां पर आरोपी पुलिसकर्मी चाय, पराठा बेचने वाले इस रेहड़ी-पटरी वाले को ठेला बंद करने की धमकी देकर हर महीने उससे 40 से 50 हजार रुपए तक की अवैध वसूली कर रहे थे।
इसी बात से परेशान शख्स ने अपने ठेले पर कैमरा लगवा लिया, और पुलिस को पैसे देते हुए वीडियो बना लिए। फिर इस सबूत के साथ उसने पुलिस आयुक्त के पास शिकायत कर दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए अधिकारी ने चारों आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार करवा दिया। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले SHO को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले की जानकारी देते हुए शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि यह मामला गुरुग्राम के सेक्टर 18 थाने का है, जहां पर तैनात 4 आरोपी पुलिसकर्मी पीड़ित रेहड़ी-पटरी वाले को उसका ठेला बंद करने की धमकी देकर जबरन वसूली कर रहे थे। आरोपी पुलिसकर्मियों के नाम ASI बिजेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल राजबीर, कांस्टेबल अजय कुमार और SPO अनिल है। पुलिस अधिकारी के अनुसार इन चारों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने बताया कि इन चार पुलिसकर्मी के साथ ही निगरानी में लापरवाही बरतने वाले स्टेशन हाउस ऑफिसर सुरेंद्र को भी सस्पेंड कर दिया गया है। पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच एसीपी उद्योग को सौंपी गई है। पुलिस के पास पुलिस की ही शिकायत दर्ज कराने वाले शख्स का नाम गुलाब सिंह साहू है, जो कि बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला है और ठेले पर चाय, पराठा बेचकर अपना घर चलाता है। गुलाब सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि हेड कांस्टेबल राजबीर अक्सर उनकी ठेले पर आता था और हफ्तावसूली करते हुए उससे हर हफ्ते 5 हजार रुपए मांगता था। हेड कांस्टेबल ने उसे धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वह उसकी गाड़ी बंद कर देगा और उसका सामान ले जाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि कई बार मना करने के बावजूद हेड कांस्टेबल हर हफ्ते आ जाता था और उससे अवैध वसूली करते हुए पैसे ले जाता था, क्योंकि मैं असहाय था।
गुलाब ने आगे बताया, 'राजवीर के देखा देखी कुछ समय बाद कांस्टेबल अजय और ईआरवी स्टाफ के एसपीओ अनिल भी उसकी गाड़ी पर आने लगे और हर हफ्ते 500 से 1000 रुपए ले जाने लगे। यहां तक कि एएसआई बिजेंद्र भी उसका ठेला बंद करने की धमकी देकर उससे हर महीने के 10 हजार रुपए नकद लेने लगे।' जिसके बाद उनकी इस वसूली से तंग आकर गुलाब सिंह ने अपने ठेले पर कैमरा लगवा लिया और अवैध वसूली करते हुए उन लोगों का वीडियो बना लिया। फिर उसने अवैध वसूली के इन वीडियो के साथ पुलिस आयुक्त के पास जाकर आरोपी पुलिसकर्मियों की शिकायत कर दी। जिसके बाद बुधवार को सेक्टर 18 थाने में तैनात चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ उन्हीं के थाने में बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई और गुरुवार को चारों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि, 'गुरुग्राम पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। अगर कोई भी पुलिस कर्मचारी या अधिकारी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।