15 लाख देकर दरोगा बनी मोनिका जाट, लेटर से खुली पोल
15 लाख देकर दरोगा बनी मोनिका जाट, लेटर से खुली पोल
राजस्थान पुलिस की सब-इंस्पेक्टर मोनिका जाट की कहानी एक हैरान करने वाली मिसाल है जो सरकारी नौकरी पाने के जुनून की पराकाष्ठा को दर्शाती है। मोनिका ने 15 लाख रुपये के सौदे के जरिए सब-इंस्पेक्टर बनने के लिए नकल की और ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए परीक्षा में नकल की। लेकिन मोनिका की असली गलती तब सामने आई जब उसने अपनी ही अर्जी से खुद को फंसा लिया।
उसने पुलिस अधीक्षक को एक अर्जी लिखी थी जिसमें उसने अपनी तैनाती या किसी अन्य प्रशासनिक मांग को लेकर बात की थी। लेकिन इस अर्जी की भाषा और परिस्थितियों ने अधिकारियों का ध्यान खींचा और जांच शुरू हुई। जांच में पता चला कि मोनिका ने नकल गैंग के मास्टरमाइंड पोरव कालेर से सौदा किया था और उसने 15 लाख रुपये का भुगतान किया था।
यह खुलासा तब हुआ जब पोरव कालेर ने SOG को पूछताछ में यह बात कबूल की। मोनिका को हाल ही में राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने गिरफ्तार किया और अब उससे गहन पूछताछ जारी है। यह मामला न सिर्फ पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाता है, बल्कि भ्रष्टाचार और नकल माफिया की गहरी जड़ों को भी उजागर करता है।