दिव्यांग शिविर के समापन पर सिखलाई रेजिमेंट के ब्रिगेडियर पहुंचे

दिव्यांग शिविर के समापन पर सिखलाई रेजिमेंट के ब्रिगेडियर पहुंचे
फर्रुखाबाद। आज तीसरे दिन एसएन साध ट्रस्ट के सौजन्य में दिव्यांग शिविर अपने सुबह 9 बजे से संयोजिका डॉ रजनी सरीन व मुख्य ट्रस्टी राकेश साध, मधु साध, चमकेश साध, प्रिया साध, रितेश साध, राहुल साध, और श्रीमती गुंजा जैन जी की उपस्थिति में शुरू हुआ। आज शिविर के तीसरे और समापन के दिन भी सुबह से ही दिव्यांग जन शिविर में पहुचना शुरू हो गये थे। कल की भांति दिव्यांगों ने शिविर में आकर अपना पंजीकरण करवा कर क्रम बृद्ध तरीके से डॉक्टरो से परामर्श लिया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिविर का समापन करने सिखलाई रेजिमेंट के ब्रिगेडियर श्री मनीष जैन जी पहुंचे। उन्होंने कार्यशाला का बारीकी से निरीक्षण कर उपकरणों की गुणवत्ता को परखा।
उन्होंने समाज में ऐसे नेक कार्यों के लिए सभी समाज सेवियों से आगे आने और ऐसे सेवा कार्यों से जुड़ने की अपील करते हुए सभी आयोजकों को बधाई दी। समापन के दिन डॉ रजनी सरीन व राकेश साध, चमकेश साध ने शिविर में आकर अपना अमूल्य समय व सेवा प्रदान करने पर सभी डॉक्टरों, जयपुर से आई हुई पूरी टीम और दिल्ली व फर्रुखाबाद की टीम का आभार ब्यक्त किया। समाजसेवी राकेश साध ने अगला शिविर जल्द ही लगाने की घोषणा की। आज सबसे ज्यादा कान की समस्या से जूझ रहे लोगो ने शिविर में ENT स्पेशलिस्ट शिखर सक्सेना से अपना परीक्षण करवा कर कान की मशीन व दवाईयां प्राप्त की। सभी मरीज अपने कान की समस्या का हल पाकर काफी खुश दिखे और भविष्य के लिये ट्रस्ट को अपनी शुभ आशीष दी। मुख्य भूमिका में जयपुर से आई हुई विशेष टीम जिन्होंने गहनता से सभी दिव्यांगों को उनके माप के अनुसार सभी कृतिम अंग लगाये।
दिव्यंगो का कहना था इन कृतिम अंगों द्वारा उनको एक नई ऊर्जा प्राप्त हुई है। इस नेक कार्य में उदय पाल, रोहित गर्ग, सुजीत श्रीवास्तव, शीश मेहरोत्रा, विजय, विशाल, रजत, शिवम, राहुल, प्रभात, नरेश, जगदीश, रॉबिन साध और पूरी टीम का विशेष सहयोग रहा। तीन दिवसीय शिविर में रजिस्ट्रेशन संख्या- 615 आज बाटे गए उपकरणों की संख्या– व्हीलचेयर- 45 छड़ी- 98 कैलिपर- 99 कृतिम पैर- 65 वैशाखी- 95 वॉकर- 40 जूते- 140 कान की मशीन- 170