दरोगा का बेटा निकला बड़ा असलाह तस्कर, एसटीएफ ने पकड़ा
दरोगा का बेटा निकला बड़ा असलाह तस्कर, एसटीएफ ने पकड़ा
मेंरठ में एसटीएफ ने हथियार तस्कर रोहन को गिरफ्तार किया है। रोहन के पिता राकेश सिंह यूपी पुलिस में दरोगा हैं। रोहन गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर पंजाब और राजस्थान से हथियार लाकर यूपी, दिल्ली और बिहार के जिलों में सप्लाई करता था। उसके पास से 17 बंदूक और 700 कारतूस बरामद हुए हैं। ये सभी बंदूकें पंजाब में गन हाउस से खरीदी गईं थी। गन हाउस मालिक इन बंदूकों को फर्जी रसीद काटकर देता था। गैंग के सदस्यों का नेक्सस कई राज्यों में फैला है।
गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में एसटीएफ की टीम जुटी हुई है। गैंग AK-47 की भी सप्लाई कर चुका है। एसटीएफ की टीम आरोपी से पूछताछ में जुटी है कि वह अब कहां-कहां हथियारों की सप्लाई कर चुका है। वहीं पूरे मामले में एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि टीम को इनपुट मिला कि एक हथियार तस्कर पंजाब से बड़े पैमाने पर हथियार लाकर वेस्ट यूपी में सप्लाई करता है। टीम ने शनिवार आधी रात को कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में घेराबंदी करके हथियार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से स्कार्पियो कार में हथियार बरामद हुए। उसके 4 साथी फरार हो गए। आपको बता दे गिरफ्तार आरोपी रोहन पुत्र राकेश निवासी बड़ौत बागपत है।
रोहन के पास 5 सिंगल बैरल और 12 डबल बैरल बंदूक और 700 कारतूस बरामद हुए। रोहन ने बताया कि इन हथियारों को वह पंजाब से लाकर यूपी, दिल्ली और बिहार में सप्लाई करते थे। काफी समय से वह इस काम को अंजाम दे रहा था। रोहन के पिता राकेश सिंह यूपी पुलिस में दरोगा हैं, उनकी तैनाती मथुरा में है। आरोपी के पास से बरामद हुईं बंदूकें। एक लाख तक में बेचते थे बंदूक, अमृतसर के गन हाउस से खरीदकर लाते थे एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि रोहन ने बताया कि यह लोग असलाह व कारतूस मराठा गन हाउस, अटारी रोड खासा, जिला अमृतसर पंजाब से 40 से 50 हजार रुपये प्रति बन्दूक तथा 100 रुपये प्रति कारतूस ( 315 बोर ) लाते हैं। इन बंदूकों को यह लोग 80 हजार से 01 लाख में और कारतूस को 200 से 250 रुपये में बेच देते थे।
राठा गन हाउस का मालिक इन्हें यह असलाह व कारतूस किसी अन्य व्यक्ति के नाम से फर्जी रसीद काटकर देता है। वह फर्जी रसीदें अनिल बालियान अपने पास रखता है। अनिल बालियान पुराना असलाह तस्कर है, जिससे जनपद शामली पुलिस द्वारा पूर्व में एके-47 राईफल भी बरामद की गयी थी। पूर्व में भी अभियुक्त तथा इसके साथी अनिल बालियान, मेरठ के शारिक व रिजवान गिरोह से 30 बोर के पिस्टल 01 लाख रुपये में लेते थे। जिनको यह लोग डेढ़ लाख रुपये मे दीपक भूरा निवासी रमाला थाना रमाला बागपत, विपिन निवासी वाजिदपुर थाना बड़ाैत व पिंटू दाढी निवासी बिनौली बागपत को बेच चुके हैं। यह असलाह व कारतूस यह लोग किसी व्यक्ति को देने के लिये यहां पर आये थे। एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया अंतर्राज्यीय गैंग का मुख्य सरगना अनिल वालियान उर्फ अनिल बजी है।
यह गैंग पंजाब से अवैध शस्त्र तस्करी कर पश्चिमी उप्र व दिल्ली एनसीआर और के जनपदों में सप्लाई करते हैं। अनिल वालियान उर्फ अनिल पंजी से पूर्व में भी एके-47 राईफल बरामद हुई थी। इस अन्तर्राज्यीय गैंग से 5 सिंगल बैरल व 12 डबल बैरल की बंदूक बरामद हुई है। इस अन्तर्राज्यीय गैंग से NAKASY NAYA KASHMIR SYNDKATE में निर्मित 02 गन तथा 01 गन NEW LIGHT ART WORKS JODHPUR (RAJ.) में व 01 गन POPULAR GUN WORKS INDIA व 01 गन EAGLE SAM TOK HOD GUN WORKS व 01 गन RAJPUT GUN PVT. REX से निर्मित बरामद हुई। अनिल वालियान उर्फ अनिल बंजी मेरठ के शारिक व सलमान से भी अवैध पिस्टल खरीदकर बेचता है।