हरदोई में त्योहार से ठीक पहले ट्रेनों को पलटाने की बड़ी साजिश अराजकतत्वों द्वारा रची गई थी लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होने से बाल बाल बच गया। दरअसल अराजकतत्वों द्वारा ट्रैक पर एक लकड़ी के गुटके और रेल ट्रैक पर बिछने वाले पत्थर को रखा गया था।
अराजकतत्वों द्वारा अप व डाउन ट्रैक पर ट्रेनों को डिरेल करने की यह बड़ी साजिश मानी जा रही है।लगातार अराजकतत्व भारतीय रेल को अपना निशाना बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लगातार रेल ट्रैक पर अराजकतत्वों द्वारा ट्रेनों को पलटाने की साजिश की जा रही है। अराजकतत्वों द्वारा गुरुवार की रात डाउन ट्रैक पर रखें गए लकड़ी के गुटके से बरेली बनारस एक्सप्रेस के इंजन की टक्कर हो गई और लकड़ी का गुटका इंजन में फंस गया जिसके चलते ट्रेन लगभग 10 से 15 मिनट विलंब हो गई।
लोको पायलट की सूचना पर स्टेशन मास्टर द्वारा अप व डाउन ट्रैक पर लुक आउट वार्निंग ट्रेनों के लोको पायलट व स्टेशन मास्टरो को जारी कर दी गई। इसके बाद अप ट्रैक पर भी एक एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का गुटका देखा और मामले की सूचना स्टेशन मास्टर को दी जिसके बाद सूचना मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारियों के साथ आरपीएफ के जवान पहुंचे और रेल ट्रैक से लकड़ी का गुटका हटाकर रेल ट्रैक को बहाल कराया। अप व डाउन ट्रैक पर लकड़ी का गुटका रखें होने से अप व डाउन ट्रैक पर आ रही ट्रेन प्रभावित हो गई। फिलहाल अब रेलवे सुरक्षा बल पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
वंदेभारत दिल्ली मेल समेत कई ट्रेनों पर पड़ा असर
बरेली से चलकर वाराणसी जा रही 14236 एक्सप्रेस के मलिहाबाद काकोरी ब्लाक क्षेत्र में किलोमीटर संख्या 1096/106 के बीच रात लगभग 9:05 पर एक लकड़ी के गुटके से टकरा गई इसके बाद लोको पायलट द्वारा ट्रेन को खड़ा कर जांच की तो पाया की इंजन गार्ड में एक लकड़ी का बड़ा गुटखा फंस गया है। लकड़ी का गुटका फस जाने से ट्रैक पर लगी सिग्नल डिवाइस भी क्षतिग्रस्त हो गई। लोको पायलट द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद इंजन गार्ड में फँसे लकड़ी के गुटके को निकाला गया और मामले की जानकारी काकोरी रेलवे स्टेशन को दी।
काकोरी स्टेशन द्वारा मलिहाबाद रेलवे स्टेशन को मामले की सूचना दी जिसके बाद मलिहाबाद रेलवे स्टेशन पहुंच रही 12584 आनंद विहार लखनऊ डबल डेकर एक्सप्रेस, 22546 वंदे भारत, 15128 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को लुक आउट कॉशन देकर संचालित किया गया। इसके बाद डबल डेकर एक्सप्रेस के लोको पायलट द्वारा मलिहाबाद रेलवे स्टेशन को सूचना दी की डाउन ट्रैक क्लियर है लेकिन अप ट्रैक के किलोमीटर संख्या 1096/15/17 के मध्य अप होम सिग्नल के पास एक बड़ा लकड़ी का गुटका रखा हुआ है।
इसके बाद रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। अप व डाउन ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा गुटका रखे होने की जानकारी लगने के बाद संडीला से लेकर आलमनगर तक सभी स्टेशन मास्टरों को अलर्ट जारी कर दिया गया। अप ट्रैक पर आ रही 14523 हरिहर एक्सप्रेस,14207 पद्मावत एक्सप्रेस, 12229 दिल्ली मेल को स्टॉप डेड कॉशन यानी दस किलोमीटर की रफ्तार के साथ ट्रेन को संचालित किया गया।
लोको पायलट की सतर्कता से अप ट्रैक पर बड़ा हादसा होने से टल गया जबकि डाउन ट्रैक पर भी गनीमत रही की कोई हादसा नहीं हुआ। फिलहाल रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। लगभग 2 घंटे तक लखनऊ हरदोई अप व डाउन ट्रैक प्रभावित रहा। ट्रेनों को डेड कॉशन के साथ 2 घंटे तक संचालित किया गया। रात लगभग 11 बजकर 15 मिनट पर दोनों ट्रैक को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया। ट्रैक के प्रभावित होने से ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
क्या बोले डीआरएम
मंडल रेल प्रबंधन राजकुमार सिंह ने बताया कि रेल ट्रैक पर लकड़ी का गुटका नहीं बल्कि टहनी रखी मिली थी।इस मामले में रेलवे सुरक्षा बल, राजकीय रेलवे पुलिस, सिविल पुलिस के साथ वार्ता कर पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के उपरांत अभियोग पंजीकृत किया जाएगा। फिलहाल रेल ट्रैक को रात में ही सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया था।