धौलेश्वर गांव में कार्यकत्री पुष्टाहार पर डाल रही खुलेआम डकैती
धौलेश्वर गांव में कार्यकत्री पुष्टाहार पर डाल रही खुलेआम डकैती
धौलेश्वर गांव में कार्यकत्री पुष्टाहार पर डाल रही खुलेआम डकैती
एटा। विकासखंड निधौली कला क्षेत्र के अंतर्गत धोलेश्वर गांव में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा नन्हे मुन्ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं का खा रही पुष्टाहार है। आंगनवाड़ी कार्यकत्री गांव में रहने के बजाय रहती हैं एटा में जबकि तैनाती है गांव में। केवल राशन उठाने जाती हैं और अपने मिलने जुलने वाली को ही राशन/पुष्टाहार देकर के समाप्त कर देती हैं गर्भवती महिलाओं को नहीं दिया जा रहा है पोषाहार ।
विभाग के शक्ति के चलती इन पर नहीं पड़ रहा है कोई असर। एक गर्भवती महिला ने बताया की जनवरी से मेरा नाम नियमित रूप से चला आ रहा है उसके बाद भी मुझे पुष्टाहार राशन नहीं दिया जा रहा है जबकि ऑनलाइन होने के बाद लगातार हर माह मैसेज द्वारा सूचित किया जाता है कि आपका राशन प्राप्त हो गया है।
धोलेश्वर में तैनात कार्यकत्रियों द्वारा राशन/ पुष्टाहार बांटने के बजाय ब्लैक में बेच रही है और जिनका दलिया खा रही है भैंसें? आपको बता दे कि धौलेश्वर गांव में कई कार्य कत्री तैनात है लेकिन गांव में एक भी नहीं रहती हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी को ऐसे कार्यकत्रियों को पद से हटाना चाहिए जो अपने मूल स्थान पर न रहकर केवल अपना स्वार्थ पूरा कर रही हैं।
सुपरवाइजर व सीडीपीओ ऐसी कार्यकत्रियों से महीना दारी लेकर अपना उल्लू सीधा करते हैं। आंगनवाड़ी केंद्रों पर अनुपस्थित रहती है। सरकार कहती है नन्हे मुन्ने बच्चों को घर घर से लाकर केंद्र पर लाया जाए और उन्हें पढ़ाई से सम्बंधित ज्ञान दिया जाय, लेकिन धौलेश्वर की कार्यकत्रियों ने तो सरकार को ठेंगा ही दिखा दिया।
जबकि इन कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को गर्भवती महिलाओं धात्री आदि को उनके घर जाकर पुष्टाहार उपलब्ध कराए। लेकिन ये तो उसे बेचकर रकम बना रही है। सरकार की नीतियों को लगा रही पलीता। केवल कागजों में चल रहे आंगनवाड़ी केंद्र।