अंतरराज्यीय पशु तस्करों के सिंडिकेट के 5 कन्टेनर सहित 20 तस्कर 141 भैसों सहित गिरफ्तार
अंतरराज्यीय पशु तस्करों के सिंडिकेट के 5 कन्टेनर सहित 20 तस्कर 141 भैसों सहित गिरफ्तार
गोपालगंज. यूपी-बिहार के अंतरराज्यीय पशु तस्करों के सिंडिकेट को गोपालगंज पुलिस ने ध्वस्त करते हुए 20 तस्करों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पांच कंटेनर में रखे गये 141 भैंसों को जब्त किया है।
एसपी स्वर्ण प्रभात द्वारा प्रशिक्षु क्षेत्राधिकारी संदीप कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस और डीआइयू टीम ने कार्रवाई की है. जब्त किये गये मवेशियों की कीमत दो करोड़ से अधिक बतायी जा रही है. बैकुंठपुर व महम्मदपुर थाना क्षेत्र के इलाके में ये कार्रवाई की गयी है. गोपालगंज पुलिस की ये अबतक की सबसे कड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. गिरफ्तार आरोपितों में सभी उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि प्रशिक्षु डीएसपी संदीप कुमार के नेतृत्व में डीआइयू की टीम ने पशु तस्करों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया. छापेमारी के दौरान यूपी के मुरादाबाद जिला से मुजफ्फरपुर जिला जा रही पांच कंटेनर को जब्त किया गया. कंटेनर में मवेशियों को क्रूरता पूर्वक ठूस-ठूस कर रखा गया था और इसे दूसरे राज्य में तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था. पुलिस ने जब्त किये गये सभी मवेशियों को बैकुंठपुर थाना लेकर गयी, जहां एक-एक कर सभी पशु तस्करों से पूछताछ की गयी. छापेमारी अभियान के तहत पुलिस को यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई।
वहीं, यूपी से जुड़े इस सिंडिकेट को ध्वस्त करने के लिए पुलिस ने अभियान को जारी रखा है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुरजानगर थाने के मीरपुर गांव के हबीब, शामली शहर के समीर, शाहपुर थाने के सलमान, पांचअली थाना क्षेत्र का इरफान, सरसखेड़ा के तौसीफ, पलड़ी गांव के मुस्तकीम, बंगरा थाना क्षेत्र के गुलजार, मीरपुर के महबूब, मोहना थाना क्षेत्र का जाहिर, मुरादाबाद के आलम एवं मानादेर थाना क्षेत्र का महम्मद फैसल शामिल हैं।
एसपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान पांच कंटेनर, 141 मवेशी एवं 15 हजार रुपए नगद भी बरामद किए गए हैं. पशु तस्करों के विरुद्ध चलाए गए इस अभियान से पशु का अवैध धंधा करने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है. वहीं, इस मामले में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही इस गिरोह से जुड़े सरगना कुख्यात अहमद रजा की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
यूपी से पशु तस्करों को गोपालगंज के रास्ते दूसरे राज्यों में लेकर जाने का खेल महीनों से चल रहा था. पहले चेकपोस्ट पर पशु तस्करों की गाड़ियां पकड़ी जा रही थी, लेकिन इब चेकपोस्ट पर भी पशु तस्कर पुलिस को चकमा दे जा रहे हैं. कुचायकोट थाना से निकलने के बाद नगर थाना, मांझा, बरौली, सिधवलिया और महम्मदपुर थाने की पुलिस को भी पशु तस्कर गच्चा दे जा रहे थे. पुलिस कप्तान को जब पशु तस्करों की करतूत की भनक मिली तो उन्होंने प्रशिक्षु डीएसपी संदीप कुमार के नेतृत्व में डीआइयू के साथ टीम गठित कर दी. डीआइयू व पुलिस की छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ।
गिरफ्तार किये गये यूपी के पशु तस्करों ने कई राज खोला है. पुलिस के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो पूछताछ में कई लोगों का नाम सामने आया है, जिनके जरिए सेटिंग कर पशु तस्करी की जा रही थी, उनका भी नाम सामने आया है. पुलिस कप्तान की ओर से उन लोगों का नाम कार्रवाई होने तक गोपनीय रखा गया है।
माना जा रहा है चुनाव खत्म होने के बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है. फिलहाल पशु तस्करों के इस गिरोह की गिरफ्तारी और अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई से एनएच-27 से सटे थानों के गश्ती पार्टी और पुलिस पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।