चाचा हम पास हो गए, आपका बेटा फेल, 2 परिवार भिड़े 12 सिर फूटे
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा परिणाम रविवार को आया. यहां गोला थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में बोर्ड परीक्षा परिणाम आने के बाद खूनी संघर्ष शुरू हो गया. कारण, भतीजे ने चाचा को प्रणाम किया और बताया कि मैं पास हो गया हूं और आपका बेटा फेल हो गया।
यह प्रणाम व मिठाई खिलाने की पेशकश चाचा को नागवार लगी और उन्होंने भतीजे को पीट दिया. उसके बाद दोनों पक्ष आमने- सामने हो गए और खूनी संघर्ष शुरू हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत करायाट. गोला थानाक्षेत्र के पाण्डेयपर निवासी सुजीत यादव किसी काम से शनिवार को बाहर गए थे. दिन में हाई स्कूल का रिजल्ट आने पर उन्होंने घर पर फोन किया तो पता चला कि उनका पुत्र चांस फेल हो गया है।
उन्होंने फोन पर ही पुत्र को भला-बुरा कहा और गंभीरता से पढ़ाई करने की नसीहत दी. देर शाम जब सुजीत घर पहुंचे तो भाई नागेंद्र यादव का पुत्र सूरज ने अपने इसी चाचा को प्रणाम किया और बताया कि चाचा मैं हाई स्कूल पास हो गया हूं. आप मुझे आशीर्वाद दीजिए और मिठाई खाइए।
आपका बेटा चांस फेल हो गया है. इतना सुनने के बाद ही सुजीत आग बबूला हो गए और उन्होंने भतीजे को थप्पड़ जड़ दिया.उन्हें लगा कि भतीजा उनको चिढ़ा रहा है, क्योंकि उनका पुत्र फेल हो चुका है. फेल होने के बाद वह मुझे प्रणाम कर रहा है और मिठाई खाने को दे रहा है। नागेंद्र यादव ने जब बेटे की पिटाई की बात सुनी तो उधर से भी लोग आ गए और दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे, ईंट- पत्थर भी चलने लगे. इस खूनी संघर्ष में जीत नारायण यादव, तारकेश्वर यादव, कन्हैया यादव, सुजीत यादव, नागेंद्र यादव, टुनटुन यादव आदि का सिर फट गया।
घर के पुरुषों को लहूलुहान देख घर की महिलाएं भी बचाने पहुंचीं. इस दौरान उनका भी सिर फट गया. इसी बीच किसी ने गोला पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंचे कोतवाल मधुपनाथ मिश्र ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत कराया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। पांडेयपार उर्फ डड़वापार में हुई मारपीट के मामले में नागेंद्र यादव ने थानाध्यक्ष को दिए तहरीर में लिखा है कि शनिवार को देर शाम गांव का सुजीत यादव पुत्र तारकेश्वर यादव ने मेरी पत्नी को घर में अकेला पाकर छेड़खानी व जोर जबर्दस्ती करने लगा।
आवाज सुनकर बगल में रह रहे रिश्ते के बड़े पिता जीतनरायन यादव छुड़ाने का प्रयास करने लगे तो सुजीत ने बगल में रखे फावड़े से उनके सिर पर मारकर घायल कर दिया. तभी मेरे पुत्र सुरज ने फोन द्वारा घटना की जानकारी मुझे दी, जब मैं मौके पर पहुंचा तो देखा कि मेरे घर में घुसकर एक दर्जन से अधिक लोग जीतनरायन व रवींद्र यादव को फावड़ा व लाठी डंडों से मार रहे थे।
मैं छुड़ाने गया तो चांस यादव ने मेरे सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया तथा सुजीत ने मेरे पीठ पर हमला कर दिया जिससे मैं गंभीर रूप से घायल हो गया. हालांकि, इन आरोपों पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है। इस संबंध में एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया. एक पक्ष ने तहरीर दी है. उसकी जांच करने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी. चुनावी माहौल में इस तरह से किसी को अराजकता फैलाने की छूट नहीं मिलेगी