नोएडा के होटल में सजती थी 'सेक्स की मंडी', 1000-2000 में होता लड़कियों का सौदा, हाई प्रोफाइल नाम चर्चा में
UP: नोएडा सेक्टर-63 पुलिस ने बहलोलपुर गांव के ओयो होटल मे चल रहे अवैध देह व्यापार का खुलासा कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपियों के चंगुल से चार नाबालिग समेत सात महिलाओं को मुक्त कराया है। आरोपी बिहार से नाबालिग लड़कियों को बहाने से लाकर जबरन देह व्यापार कराते थे। इस मामले में शामिल तीन लोग फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। एसीपी दीक्षा सिंह ने बताया कि पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को बुधवार को सूचना मिली थी कि बहलोलपुर गांव स्थित ओयो होटल शीतल में देह व्यापार हो रहा है।
इस होटल को फरमान और उसका भाई फैयाज चला रहे थे। ये लोग बिहार से नाबालिग लड़कियों को नौकरी दिलवाने के बहाने दिल्ली-एनसीआर में लाते थे और उनसे जबरन देह व्यापार करवाते थे। सूचना के आधार पर होटल में छापेमारी की गई। वहां से पुलिस ने अजहरुद्दीन उर्फ अज्जू, अख्तर मोहम्मद, सुमित कुमार, धर्मेंद्र कुमार, मोहम्मद फैयाज, फरमान और मरगूम आलम को गिरफ्तार किया।
होटल के भवन का मालिक सुरेंद्र यादव, होटल संचालकों को लड़कियां सप्लाई करने वाली रुखसाना और रहमान उर्फ बल्लू भाई फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि होटल की बिल्डिंग सुरेंद्र यादव की है, जिसे आरोपी किराए पर लेकर देह व्यापार कर रहे थे। होटल से चार नाबालिग लड़कियां बरामद हुईं, जिनकी उम्र 16 से 17 वर्ष है। लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें बिहार से नौकरी दिलाने का लालच देकर नोएडा लाया गया था।
आरोपी से पूछताछ के दौरान पता चला कि वे ग्राहकों से एक से लेकर दो हजार रुपये तक वसूलते थे। किशोरियों और महिलाएं विरोध करतीं तो उन्हें डराया धमकाया जाता था। पुलिस को होटल से एक डायरी भी मिली है, जिसमें उनके ग्राहकों की सूची है। पुलिस ने मौके से 11 मोबाइल फोन, 12,110 रुपये और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की। पुलिस आरोपियों के मोबाइल फोन के आधार पर भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गैंग में और कितने लोग शामिल हैं।
जांच के दौरान पुलिस को कई नामी लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है, जो यहां पर आते थे। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों को गुरुवार को जिला न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। क्राइम ब्रांच के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में मानव तस्करी करने वाले पचास से अधिक गिरोह सक्रिय हैं। जो गांवों में रहने वाली बच्चियों को बड़े सपने दिखाकर उनको देह व्यापार में धकेल देते हैं।
पुलिस की टीम इन गिरोह पर नजर रखती है और कार्रवाई करती है। नौकरी के लिए बुलाया और धंधे में धकेला बहलोलपुर गांव स्थित होटल से देह व्यापार से मुक्त कराई गईं किशोरियों और महिलाओं को नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली बुलाया गया था। आरोपियों ने उनको नौकरी तो दिलाई नहीं, बल्कि देह व्यापार में धकेल दिया। आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिये पीड़ितों से संपर्क किया था।
पुलिस के अनुसार, बिहार के कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी और पश्चिम बंगाल निवासी चार किशोरियों ने पूछताछ में बताया कि उनको नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान वे सोशल मीडिया के जरिये रुखसाना के संपर्क में आईं। रुखसाना ने उनको दिल्ली और नोएडा की कंपनियों में नौकरी दिलाने की बात कही। उसने उनके परिजनों को भी नौकरी दिलाने का भरोसा दिया। रुखसाना मूल रूप से कटिहार की रहने वाली है।
उसने किशोरियों का फरमान, फैयाज और रहमान से संपर्क कराया। इसके बाद आरोपी किशोरियों को दिल्ली लेकर आए और उनसे जबरन देह व्यापार कराने लगे। उन्होंने विरोध किया तो उनसे मारपीट की गई। किशोरियों ने पूछताछ में पुलिस को बतया कि गिरोह में शामिल आरोपी नाबालिग किशोरियों से जबरन देह व्यापार कराते थे। वे ग्राहकों से एक से दो हजार तक लेते थे और किशोरियों को महज 300 रुपये देते थे।
जब कोई किशोरी विरोध करती तो आरोपी उसके साथ मारपीट करते थे। किशोरियों को सीडब्लूसी ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है। पुलिस की टीमें बरामद किशोरियों के परिजनों से संपर्क करने में जुटी हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपियों के फोन की डिटेल के आधार पर उनके साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। वॉट्सऐप के जरिये फंसाया होटल से मुक्त कराई गई पीलीभीत निवासी महिला ने बताया कि उसके पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी।
इसके बाद परिवार की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई। उसको नौकरी की तलाश थी। इस दौरान वह वॉट्सऐप के जरिये रहमान और रुखसाना से संपर्क में आई। दोनों ने उनको दिल्ली-एनसीआर घरेलू सहायिका की नौकरी दिलाने की बात कही। आरोपियों के कहने पर वह दिल्ली आई तो उनको डरा-धमकाकर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। उसने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक तस्करों ने बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड और नेपाल में जाल फैलाया हुआ है। इन राज्यों में तस्करों ने पांच से छह गांवों में एक एजेंट छोड़ रखा है, जो गरीब परिजनों को उनके बच्चों और बच्चियों को दिल्ली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देता है।
जो इस जाल में फंस जाता है, उसे वह दिल्ली ले आते हैं। यहां उसकी नौकरी प्लेसमेंट एजेंसी, पब, होटल या बार में लगवा दी जाती है, जबकि किशोरी या युवती को देह व्यापार से जुड़े लोगों को बेच दिया जाता है।