MBBS की चल रही थी क्लास, प्रोफेसर ने छात्रा के सीने पर हाथ रखकर बताने लगा स्तन की बीमारी
22 साल की एक मेडिकल छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसके प्रोफेसर ने मौखिक परीक्षा के दौरान उसका यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
शिकायतकर्ता के मुताबिक, वह एक सरकारी अस्पताल में 2021 बैच की एमबीबीएस छात्रा है। एफआईआर में कहा गया है, "हमारी मौखिक परीक्षा 31 जनवरी को फार्माकोलॉजी विभाग में आयोजित की गई थी। दोपहर 15:15 बजे मुझे मौखिक परीक्षा के लिए फार्माकोलॉजी के एक सहायक प्रोफेसर के सामने उपस्थित होना पड़ा।
वायवा के दौरान यौन शोषण प्रोफेसर ने कुर्सी अपने पास रख ली, जबकि ऐसी परीक्षा के दौरान छात्र आमतौर पर शिक्षक के सामने कुर्सी पर बैठते हैं, पूछने लगे जिससे उन्हें बहुत असहज महसूस हुआ। उन्होंने आरोप लगाया, "जब मैंने जवाब देना बंद कर दिया तो उन्होंने मुझे बाहर भेज दिया और दोबारा आने को कहा।" फिर उसने मुझसे इंजेक्शन के बारे में पूछा और मुझे गलत तरीके से छूने लगा।
सवाल पूछने के नाम पर उसने मेरी गर्दन को छुआ और मेरे प्राइवेट पार्ट्स को छूने की कोशिश की। गलत तरीके से छुआ इसमें कहा गया, ''जब मैं उठी तो उसने मुझसे स्तन की गांठ से जुड़ी बीमारी के बारे में पूछा और आपत्तिजनक इशारे किए।'' उसने उसे विभाग में अकेले आने के लिए भी कहा। एफआईआर के मुताबिक, ''उसने मुझसे यह भी कहा कि वह हमारी लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं जांचेगा, इसलिए अगर मैंने सहयोग किया, तो वह मुझे अधिक अंक देगा।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि उसने अन्य महिला छात्रों के साथ भी ऐसा ही किया। भी की, लेकिन परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर उन्हें शांत कर दिया। साथ ही विभाग में अकेले आने को कहा पीड़िता का दावा है कि उसने इसकी शिकायत संबंधित प्रशासन से भी की, लेकिन असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस ने धारा 354ए (एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का इरादा) के तहत एफआईआर में कहा, "हमारे विभाग के प्रमुख ने भी प्रोफेसर का समर्थन किया और अन्य शिक्षकों के बीच मुझे यह कहकर बदनाम किया कि वह झूठे आरोप लगा रही है।" बल्य पर करना करना) और 509 दर्ज किया गया है।