लापता रहते है कुरावली अस्पताल के डाक्टर और चिकित्सा अधीक्षक
*कुरावली सीएचसी की स्वास्थ्य व्यवस्था हुई चौपट* कुर्सी पर नहीं मिलते चिकित्सक, खाली रहतीं हैं कुर्सियां
कुरावली/मैनपुरी। कस्वा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नगर व क्षेत्र के लोगो को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का दावा बेअसर सावित हो रहा है। कुराचली के सीएचसी पर सुबह 11:45 बजे तक भी चिकित्सकों की कुर्सियां खाली पड़ी रहती हैं। इससे मरीजों को उपचार कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मैनपुरी के कस्वा कुरावली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था पिछले छ: माह से पूरी तरह से बिगड़ी हुई है। वहां डाक्टर लापता रहते है और मरीज उनको ढूंढने में लगे रहते हैं। वहां सुबह 11:45 बजे भी चिकित्सकों कक्षों की कुर्सियां खाली पड़ी रहती है कहीं ताला लटका रहता है।
यहाँ चिकित्सक ही नही यहाँ जिम्मेदार पद पर बैठे चिकित्सा अधीक्षक भी लापरवाही का शिकार होते जा रहे है। उनके कक्ष की भी कुर्सी अक्सर खाली पड़ी रहती है। जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। अस्पताल में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के सिटिजन चार्टर भी हवा हवाई साबित हो रहे है।
कुरावली में चिकित्सकों की स्थिती खराब - शासन के अनुसार सरकारी अस्पतालों का समय सुबह 10 बजे है, लेकिन वहां चिकित्सकों की स्थिति काफी खराब है। वहां 11 बजे के बाद तक भी चिकित्सक नहीं पहुंच रहे है। जबकि वहां सुबह साढ़े आठ बजे से पहले ही मरीज पहुंचकर चिकित्सकों का इंतजार करने लगते है।
अस्पताल में प्रबंधन जहां सिटिजन चार्टर के आधार पर उपचार होने का दावा करता है, वहीं चिकित्सकों के कक्षों की कुर्सियां खाली होने से पूरी तरह से हवा हवाई साबित हो रहा है। इस तरह मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दंत विशेषज्ञ के कक्ष का ताला ही नही खुलता - बात करें तो दंत विशेषज्ञ के कक्ष का दरवाजा तक नहीं खुलता है। दांतो से पीड़ित मरीजों को दर दर भटकना पड़ता है। मरीजों को मजबूरन बाहर के चिकित्सकों को दिखाना पड़ता है। प्रावदा टीम के अनुसार तीन चिकित्सकों के कक्षों की कुर्सियां खाली पड़ी थी वहीं दंत विभाग के कक्ष में ताला लटका हुआ था।
दर्द व बुखार से कराहतें रहते है मरीज - अस्पताल में आने बाले मरीज चिकित्सकों के न मिलने के कारण दर्द व बुखार के चलते कराहते रहते है। लेकिन वहां कोई सुनने बाला नही होता है तो मजबूरन उनके परिवारीजनों को बाहर के चिकित्सकों को दिखाना पड़ता है।
लापता रहते है चिकित्सा अधीक्षक- मीडिया की टीम ने जब जब अस्पताल की हकीकत जानने की कोशिश की तो वहां के जिम्मेदार पद पर बैठे चिकित्सा अधीक्षक ही नदारद रहते है। क्षेत्रीय लोगों ने चिकित्सा अधीक्षक को हटवाये जाने की मांग स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक से की है।
महंगी दवाइयों की कमीशन खोरी से चलता है सीएचसी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिये बड़े बड़े दावे कर रहे है लेकिन उनके दावों पर चिकित्सा अधीक्षक खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे है।चिकित्सकों की बात तो छोड़िए जनाब यहां खुद ही चिकित्सा अधीक्षक बाहर की महंगी दवाइयां लिखते है।
स्वास्थ्य विभाग के आदेशों पर पानी फेरा जा रहा है। क्या बोले सीएमओ मैनपुरी - कुरावली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चल रहे इस अव्यवस्था के बारे में जानकारी नहीं है। इस बारे में कुरावली सीएचसी के अधीक्षक से पता किया जाएगा, उसके बाद जानकारी में में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।- *डॉ. रमेश चन्द्र गुप्ता, सीएमओ मैनपुरी। फोटो परिचय :- सीएचसी में खाली पड़ी चिकित्सक की कुर्सी। फोटो परिचय: - सीएचसी के चिकित्सक द्वारा लिखी गई बाहर की दवाएं।