मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों की बैठक सभागार में की।
किसान दिवस बैठक सम्पन्न।
किसान वृक्षारोपण करने और भूजल संरक्षण में पूर्ण सहयोग करें-सीडीओ किसान संगठित होकर एफपीओ बनायें और योजनाओं का भरपूर लाभ उठायें। 35 किसानों को वितरित किये गये मोटे अनाज के निःशुल्क बीजों के मिनी किट्स।
कासगंज: मुख्य विकास अधिकारी सचिन ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किसान दिवस बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाये रखनें तथा मानव जीवन को स्वस्थ रखने के लिये किसान अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और भूजल संरक्षण में पूर्ण सहयोग करें। पेयजल को व्यर्थ न बहने दें, इसका सदुपयोग करें, जागरूक होकर अपव्यय रोकें। एफपीओ गठन सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। किसान संगठित होकर एफपीओ बनायें और योजनाओं का भरपूर लाभ उठाकर अपने जीवन स्तर को बेहतर बनायें। वर्तमान में मोटे अनाज-मिलेट्स की बहुत मांग है। किसान मोटे अनाज का उत्पादन कर अच्छा लाभ कमायें। इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा 35 किसानों को मोटे अनाज के अंतर्गत रागी, सांवा, कोदो और ज्वार के बीजों के निःशुल्क मिनी किट्स का वितरण किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जिले में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं है। आवारा गौवंशों की समस्या दूर करने के लिये शीघ्र ही जिले में अन्य नई गौशालायें बनाई जायेंगी। उपनिदेशक कृषि महेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में किसानों को खाद, बीज और कृषि रक्षा रसायन उचित दरों पर मिलते रहें, इसके लिये शीघ्र ही छापामार कार्यवाही शुरू कराई जायेगी। जल भराव वाले क्षेत्रों में औषधीय वृक्ष अर्जुन के पौधे लगाये जा सकते हैं। जिला कृषि अधिकारी डा0 अवधेश मिश्रा ने बताया कि किसानों की सभी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से कराया जायेगा। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि गन्ना किसानों को 63.15 करोड़ में से 31.15 करोड़ का भुगतान हो चुका है। इस जुलाई माह में भी 3 करोड़ 25 लाख का भुगतान गन्ना किसानों को किया जायेगा। अधिशाषी अभियंता विद्युत ने अधिक राशि के बिजली बिल आने की शिकायतों पर बताया कि पोर्टल की खराबी की वजह से ऐसा है, शीघ्र ही व्यवस्था ठीक करा देंगे।
जिला उद्यान अधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि योजनाओं का लाभ लेने के लिये किसान पंजीकरण कराकर विकास भवन स्थित उनके कार्यालय से संपर्क करें। अमरूद, आम, कीनू की बागवानी तथा पानी की बचत के लिये स्प्रिंकलर योजना में सब्सिटी दी जाती है। मसाला फसलों जैसे लहसुन, प्याज, टमाटर, शिमला मिर्च आदि के बीज निःशुल्क दिये जाते हैं। सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में 37 प्रोजेक्टों पर सब्सिटी और ऋण की व्यवस्था है। बैठक में किसानों द्वारा अच्छी क्वालिटी के बीज उपलब्ध कराने, विद्युत बिल, गन्ना भुगतान, आवारा गौवंशों, मक्का क्रय केन्द्र, केसीसी आदि की समस्याओं से अवगत कराया गया। किसान दिवस पर एआर कोआपरेटिव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, एई लघु सिंचाई एवं कृषि से सम्बंधित सभी विभागों के अधिकारी तथा काफी संख्या में किसान उपस्थित रहे।