अष्टम आयुर्वेद दिवस का आयोजन 10 नवम्बर

Nov 7, 2023 - 19:12
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अष्टम आयुर्वेद दिवस का आयोजन 10 नवम्बर
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अष्टम आयुर्वेद दिवस का आयोजन 10 नवम्बर को

 एटा । अष्टम आयुर्वेद दिवस के आयोजन हेतु आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी अष्टम आयुर्वेद दिवस का आयोजन दिनांक 10 नवम्बर 2023 भगवान धन्वनतरी के अवतरण दिवस को किया जा रहा है।

 जिसके माध्यम से आयुष पद्धतियों की जन स्वीकारता सुनिश्चित किये जाने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक विकास भवन स्थित मुख्य विकास अधिकारी के कक्ष में मुख्य विकास अधिकारी डा0 अवधेश कुमार बाजपेयी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें चिकित्सा, शिक्षा, कृषि, उद्यान, वन, होमोपैथिक, फार्मासूटिकल कम्पनी आदि के जिला स्तरीय अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

 मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि आयुर्वेद दिवस का आयोजन दिनांक 10 नवम्बर 2023 को किया जायेगा। जिसके माध्यम से आयुष पद्धतियों की जन स्वीकारता सुनिश्चित किये जाने हेतु विभिन्न्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस वर्ष का थीम ‘‘हर दिन हर किसी के लिये आयुर्वेद’’ है। जिसमें छात्रों, किसानों, एंव महिलाओं के जन स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

आयुर्वेद को जन-जन तक लोकप्रिय बनाये जाने एवं उसके माध्यम से प्राप्त होने वाले लाभों के लिए कार्यक्रमों का आयोजन/संचालन किया जायेगा। इस वर्ष अष्टम आयुर्वेद दिवस की थीम हर दिन हर किसी के लिये आयुर्वेद है। छात्रों-छात्राओं में आयुर्वेद का प्रचार प्रसार आयुर्वेद दिवस के माध्यम से छात्र - छात्राओं के मध्य आयुर्वेद के प्रति जागरूकता हेतु प्रचार प्रसार कराया जायेगा।

इस दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं यथा- कला, आयुर्वेदिक रेसिपी, स्लोगन, पोस्टर, आर्ट फिल्म, वीडियों स्पीच, प्रश्नोत्तरी, निबन्ध, माडल मेकिंग कम्पटीशन, वाद विवाद प्रतियोगिता बच्चों में आयुर्वेदिक थीम में आयुर्वेदिक खेल कार्टून, एवं स्टोरी मेकिंग आदि का आयोजन किया जायेगा। विद्यालयों/महाविधालयों में आयुर्वेद सम्बन्धी औषधीय उपवन/हर्बल गार्डन की स्थापना हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।

 प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को जनपद स्तरीय कार्यक्रम में प्रमाण पत्र भी वितरित किये जायेगें। कृषि एवं उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों के मध्य राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड द्वारा विकसित 110 प्रकार के औषधीय पौधों की खेती विषयक विशेष सूचनाओं का प्रचार प्रसार किया जायेगा। अतिरिक्त संसाधन के रूप में औषधीय पौधों की खेती, हर्बल कीट नियंत्रण की आयुर्वेदिक विधियों के बारे में भी किसानों को जागरूक किया जायेगा।

 जनपद स्तरीय कार्यक्रम 10 नवम्बर को आयोजित किया जायेगा। गुरूकुल में भी आयुर्वेद के संबंध में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। सभी कार्यक्रमों का नोडल क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग रहेगा। इस अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार, जिला कृषि अधिकारी डा0 मनवीर सिंह, बेसिक शिक्षा से दयानन्द श्रीवास्तव, जिला होमोपैथिक अधिकारी डा0 लता मंगलानी, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जी0एस0 राजपूत, ज्यातिर्मय फार्मासूटिकल कम्पनी से डा0 राजीव पाराशर, डा0 बृजेश कुमार, डा0 रूप किशोर, आदि उपस्थित रहें। बैठक का संचालन क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 मनोज कान्त के द्वारा किया गया।

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