दरोगा ने जज की गाड़ी को नहीं दी साइड, जज ने कोर्ट में पूरे दिन किया खड़ा
बिहार के भभुआ में पुलिस गश्ती दल के एक दारोगा द्वारा जज की गाड़ी को रोड पर साइड नहीं देना महंगा पड़ गया। जज ने दारोगा और गश्ती दल के ड्राइवर को कोर्ट में बुलाया।
फिर रास्ता बाधित करने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में दारोगा को पूरे दिन कटघरे में खड़ा रहने की सजा सुना दी। अब यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह एडीजे प्रथम संतोष कुमार तिवारी अपनी गाड़ी से अदालत जा रहे थे।
शहर के कचहरी मुख्य सड़क पर उनकी गाड़ी को साइड दिए जाने के लिए बार-बार हॉर्न का प्रयोग किया जा रहा था। लेकिन, गश्ती दल के पुलिस अफसर और जवानों के साथ ड्राइवर ने साइड नहीं दी। पूछने पर कहा गया कि साइड नहीं देगे। पुलिस जीप ने जज की कार को साइड न देकर रास्ता बाधित किया।
ट्रैफिक नियम के मुताबिक पीछे वाला वाहन अगर साइड मांग रहा है, तो तत्काल उसे आगे जाने के लिए साइड देना होता है। ऐसी स्थिति में गश्ती दल का नेतृत्व कर रहे पुलिस अफसर को इस मामले में दोषी मानते हुए सजा दी गई। एडीजे प्रथम की अदालत ने रास्ता बाधित करने के आरोप में गश्ती दल के दारोगा को कोर्ट बुलाया। कोर्ट की सूचना पर थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव थाने के दारोगा राम आशीष चालक को लेकर अदालत में उपस्थित हुए।
अदालत ने दारोगा की कड़ी फटकार लगाते हुए शाम तक कटघरे में खड़ा रहने की सजा दी। पुलिस वाहन के चालक को भी कड़ी फटकार लगाते हुए हिदायत दी गई। कि नियम कानून ताक में रखकर काम नहीं करेंगे और शाम में फिर अदालत ने दोनों को छोड़ दिया।