अंतराष्ट्रीय बेटी दिवस
अंतराष्ट्रीय बेटी दिवस
अंतराष्ट्रीय बेटी दिवस पर सभी बेटियों को मेरी और से हार्दिक शुभकामनाएं - इस अवसर पर गाँव की बेटी पर मेरी भावना - गाँव की बेटी , नमन मैं तुझको करता । छल - कपट से रहित , जीवन अपना जीती । मातृ गोद की छाँव,रूप देख सबको प्यारा लगता ।
नहिँ आने देती आन,पीर अपने में सब का हरती | समर्पण त्याग कर ,ढाल गाँव की बेटी बनती || इसका सुख का स्पर्श, बहुत अद्भुत सा लगता | अनेक गुणों कि अवतार, स्वर्ग आँचल में रहता || अपनापन से लगाए अंग , लगे वो भोली मनहारी |
देती है बलिदान, हैं वो जीती जागती ममता मूरत || अपनापन से ओत - प्रोत , प्यार भरा रहता इसमें । गाँव की बेटी का अपनापन , प्यार जो मिलता इतना । गाँव की बेटी से बढ़कर कौन, परिवार में सुख लाता । जैसे घर में ही साक्षात लक्ष्मी , ख्याल रख इन सबका ।
हे प्रभु दो सबको आशीष , मिलें सभी को ममता इसकी | निश्छल मौन निभाए नेह,देव भी तरसे पाने को इसको | गाँव की बेटी , नमन मैं तुझको करता । प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़)