महिला कांस्टेबिल प्रिया और कांस्टेबल राजेश की एक ही कमरे में मिली लाश
प्रयागराज। संगम पर्यटन थाने में तैनात सिपाही प्रिया तिवारी ने जहर खाकर जान दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है।
जहर के लक्षण मिलने पर डॉक्टरों ने उसका विसरा सुरक्षित कर लिया, जिसे जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। वहीं, एसीपी पेशी कार्यालय के सिपाही राजेश वैष्णव की मौत फंदे पर लटकने के कारण हुई थी। दोनों शवों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के साथ किया।
इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद घरवाले रोते-बिलखते रहे। पुलिसकर्मी उन्हें ढांढस बंधाते रहे, जिसके बाद वह शव लेकर अपने-अपने घर चले गए।मंगलवार रात एक ही कमरे में दोनों सिपाही का शव मिला था। बताया गया है कि मथुरा के मंगौरा थाना क्षेत्र स्थित धनीपुरा गांव निवासी राजेश पुत्र गिरधारी लाल वर्ष 2019 बैच का सिपाही था।
वह एसीपी कोतवाली के पेशी कार्यालय में तैनात था और शाहगंज थाने के बैरक में रहता था। राजेश फंदे पर और प्रिया की लाश बेड पर मिली वहीं, महरिया चौराहा नौबस्ता कानपुर निवासी प्रिया तिवारी पुत्री अनूप तिवारी वर्ष 2020 बैच की सिपाही थी। उसकी तैनाती संगम पर्यटन थाने में थी। प्रिया मिनहाजपुर मोहल्ले में ताहा के लाज में किराए पर कमरा लेकर रहती थी।
मंगलवार शाम राजेश के ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के कारण खोजबीन शुरू हुई तो वह प्रिया के कमरे में फंदे पर लटकता मिला। इससे पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई थी। गैस कटर से दरवाजा काटकर पुलिस भीतर दाखिल हुई तो राजेश फंदे पर लटक रहा था, जबकि प्रिया की लाश बेड पर पड़ी मिली थी। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की थी।
इसके बाद बुधवार सुबह पहले प्रिया और फिर उसके बाद राजेश के शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसके बाद उनकी मौत का कारण पता चल सका। एसीपी कोतवाली मनोज कुमार, इंस्पेक्टर शाहगंज विनोद कुमार समेत कई थाने की पुलिस पीड़ित परिवार की मदद करने में जुटी रही।