महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा केन्द्र-प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता - सदस्य महिला आयोग

महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा केन्द्र-प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता - सदस्य महिला आयोग
मैनपुरी (अजय किशोर) उ.प्र. राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने ट्रांजिट होस्टल में महिलाओं की समस्याएं सुनते एवं लहरा महुअन में आयोजित चौपाल में उपस्थित महिलाओं से संवाद करते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग महिलाओं की समस्याओं के त्वरित निदान एवं महिलाओं के स्वावलंबन, आत्मनिर्भर हेतु संचालित योजनाओं का लाभ आसानी से उपलब्ध कराने के लिए कृत-संकल्पित है। उन्होने उपस्थित महिलाओं से कहा कि अपने अधिकारों को समझें, महिलाओं के आत्म-सम्मान, स्वावलाम्बन, आर्थिक रूप से सुदृण बनाने के लिए केन्द्र-प्रदेश सरकार ने तमाम योजनाएं संचालित की हैं, संचालित योजनाओं की जानकारी कर उनका लाभ लें, बेटी के जन्म से लेकर विवाह तक सारी जिम्मेदारियां प्रदेश सरकार ने अपने कंधों पर ली है, महिलाओं, बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा सरकार की प्राथमिकताओं में है।
उन्होने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक स्थिति सुधार के दृष्टिगत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गांव-गांव स्वयं सहायता समूह गठित कर महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करायी गयी, आज कई समूहों की महिलाओं ने बेहतर कार्य कर अपना नाम रोशन किया है। उन्होने कहा कि बेटी के जन्म से लेकर विवाह तक सारी जिम्मेदारियां प्रदेश सरकार ने अपने कंधों पर ली है, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में बेटी के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक समय-समय पर धनराशि उपलब्ध करायी जा रही हैं वहीं गरीब परिवार की वयस्क बेटियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकारी खर्चे पर भव्य समारोह में कराकर उनके मॉ-बाप के कंधों से शादी का बोझ समाप्त करने का कार्य प्रदेश के मुखिया ने किया है। सदस्य महिला आयोग ने जन-सुनवाई के दौरान फरियाद लेकर आयीं महिलाओं से कहा कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा किसी महिला का शोषण किया जाये तो महिला संकोच न करें बल्कि तत्काल अपनी शिकायत थाने पर जाकर दर्ज करायें, पीड़ित महिला को तत्काल राहत मिलेगी। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रकरणों में पीडित महिलाओं की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें न्याय दिलाने के उददेश्य से जनपद स्तर पर महिला जन-सुनवाई कार्यक्रम आयोजित कर उनकी समस्याओं का प्राथमिकता पर निदान कराया जा रहा है। आज जन-सुनवाई दौरान रम्पुरा नि. आरती, बैजनाथपुर नि. अनीता देवी, उपाध्याय वाली गली मैनपुरी शहर नि. स्वेता दुबे आदि ने महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित शिकायती प्रार्थना पत्र महिला आयोग की सदस्य के सम्मुख प्रस्तुत किये, जिस पर उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को पृष्ठाकिंत कर त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित करते हुये कहा कि महिलाओं को उनका हक प्रत्येक दशा में मिले, महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित प्रकरण में तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाये।
जन-सुनवाई के दौरान क्षेत्राधिकारी नगर संतोष कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रंजना शुक्ला, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेन्द्र सिंह, प्र. निरीक्षक महिला थाना हेमलता सिंह, माध्यमिक शिक्षा से सुलक्षणा शर्मा, वन स्टॉप सेंटर से स्वाती सिंह आदि उपस्थित रहे।