रक्षाबंधन पर महिलाओं को उत्तर प्रदेश सरकार का तोहफा: 8 से 10 अगस्त तक मुफ्त बस यात्रा की सुविधा

रक्षाबंधन पर महिलाओं को उत्तर प्रदेश सरकार का तोहफा: 8 से 10 अगस्त तक मुफ्त बस यात्रा की सुविधा
लखनऊ। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की महिलाओं के लिए एक बेहद सराहनीय और जनकल्याणकारी पहल की है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने घोषणा की है कि 8 अगस्त की रात 12 बजे से लेकर 10 अगस्त की रात 12 बजे तक यूपी रोडवेज की बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। यह योजना राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) की बसों में लागू होगी, जिससे प्रदेश की लाखों बहनों को फायदा मिलेगा। इस विशेष सुविधा का उद्देश्य महिलाओं को रक्षाबंधन के अवसर पर अपने भाइयों से मिलने के लिए यात्रा करने में सहूलियत देना है।
हर साल की तरह इस बार भी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। योगी सरकार की यह पहल एक ओर जहां पारिवारिक मूल्यों को मजबूती देती है, वहीं दूसरी ओर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक संदेश भी देती है। यूपीएसआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार, यह सुविधा सभी साधारण और जनरथ बसों में उपलब्ध होगी। महिलाओं को यात्रा के दौरान केवल एक वैध पहचान पत्र दिखाना होगा, जिससे उनके महिला होने की पुष्टि हो सके। इसके अलावा, यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएंगी, ताकि किसी को असुविधा न हो। राज्य सरकार की इस घोषणा के बाद से लोगों में खुशी की लहर है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है, जिसमें बहनें अपने भाइयों से मिलकर राखी बांधती हैं और उनका आशीर्वाद लेती हैं। कई बार आर्थिक या दूरी की वजह से महिलाएं अपने मायके नहीं जा पातीं, लेकिन इस योजना के जरिए अब वे आसानी से अपने परिवार के पास पहुंच सकेंगी। महिलाओं ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है और इसे एक "रक्षाबंधन का सच्चा तोहफा" बताया है। सोशल मीडिया पर भी इस फैसले की जमकर सराहना हो रही है।
कई लोगों ने लिखा कि इस प्रकार की योजनाएं केवल महिलाओं की सुविधा नहीं बढ़ातीं, बल्कि समाज में उनकी भागीदारी और आत्मनिर्भरता को भी मजबूत करती हैं। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न त्योहारों और अवसरों पर महिलाओं को निशुल्क या रियायती बस सेवा प्रदान की है, जिससे महिलाओं की यात्रा को सुरक्षित, सुलभ और सस्ता बनाया जा सके। रक्षाबंधन के इस खास मौके पर योगी सरकार का यह कदम निश्चित रूप से महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाएगा और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा।