सड़क सुरक्षा हेतु आई-रेड ऐप पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

सड़क सुरक्षा हेतु आई-रेड ऐप पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
एटा। जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह के निर्देशन में सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। कलेक्ट्रेट स्थित नवीन एनआईसी सभागार में "आई-रेड (Integrated Road Accident Database)" ऐप के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं से बचाव विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी हर्षवर्धन मिश्रा ने आई-रेड ऐप की कार्यप्रणाली की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह ऐप सड़क दुर्घटनाओं की *रीयल टाइम लोकेशन ट्रैकिंग*, *त्वरित अलर्ट सिस्टम, और निकटतम अस्पताल/आपात सेवाओं को सूचना भेजने जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। ऐप के माध्यम से **GPS आधारित लोकेशन शेयरिंग, फोटो/वीडियो अपलोड, और **घायल व्यक्ति की पहचान व त्वरित संपर्क की सुविधा** भी उपलब्ध है। श्री मिश्रा ने कहा, *“आई-रेड ऐप दुर्घटनाओं के दौरान पीड़ितों को त्वरित सहायता दिलाने का एक जीवन रक्षक माध्यम है। इसका समुचित उपयोग प्रशासन के साथ-साथ आम जनता के लिए भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।”
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि जैसे ही ऐप के माध्यम से दुर्घटना की सूचना मिलती है, तत्काल कंट्रोल रूम, 108 एम्बुलेंस सेवा, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट भेजा जाता है, जिससे गोल्डन ऑवर के भीतर पीड़ित को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अविरल तिवारी, अपर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कोमल शर्मा*, स्वरूप पांडा, **अवध यादव**, एवं अन्य प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन **डी.आर.एम. श्री कृष्ण अवस्थी** द्वारा किया गया।