G20 Summit 2023: महात्मा गाँधी की समाधि पर आज पुष्पांजलि अर्पित करेंगे विदेशी मेहमान
G20 Summit 2023: दो दिवसीय जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनियाभर के कई नेता और वैश्विक निकायों के प्रमुख शनिवार (9 सितंबर ) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे ।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित कई नेताओं का स्वागत किया। इसके बाद 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर की थीम के तहत जी20 शिखर सम्मेलन का पहला सत्र सुबह करीब 10:30 बजे शुरू हुआ ।
सम्मेलन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत भाषण के साथ हुई. सम्मेलन सर्व सम्मिति के साथ दिल्ली डिक्लेरेशन को भी मंजूरी मिल गई। पहले दिन लिए गए अहम फैसले शिखर सम्मेलन के पहले दिन कई अहम फैसले लिए गए, जिसमें फ्रीकी यूनियन (AU) को G20 में शामिल करना, रूस-यूक्रेन के ग्रेन डील को फिर से शुरू और यूक्रेन में शांति बहाल करना अहम है।
इसके साथ ही समिट के पहले दिन कार्यक्रम समाप्त हो गया। शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन का कार्यक्रम आज सुबह 8:15 से 9 बजे के बीच प्रतिनिधिमंडल के नेता और प्रमुख अलग-अलग काफिले में राजघाट पहुंचेंगे। सुबह 9:00 बजे से 9:20 बजे तक सभी नेता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे । इस दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीतों का लाइव प्रदर्शन भी किया जाएगा। सुबह 9:20 बजे नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख भारत मंडपम के लीडर्स लाउंज में जाएंगे।
सुबह 9:40 से 10:15 बजे भारत मंडपम में नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का आगमन होगा। सुबह 10:15 से 10:30 बजे तक भारत मंडपम के साउथ प्लाजा में वृक्षारोपण समारोह आयोजित किया जाएगा। सुबह 10:30-12:30 बजे के बीच शिखर सम्मेलन का तीसरा सत्र होगा. इसके बाद नई दिल्ली के नेताओं के डिक्लेरेशन को अपनाया जाएगा।
बाइडेन, सुनक और जस्टिन ट्रूडो सम्मेलन में शामिल बता दें कि दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा अहम हैं।
जिनपिंग और पुतिन नहीं आए भारत गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले रहे. हालांकि, शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग कर रहे हैं और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।