मुख्यमंत्री पर हमला: सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में सुरक्षा में बड़ी चूक, दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में

Aug 21, 2025 - 08:27
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मुख्यमंत्री पर हमला: सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में सुरक्षा में बड़ी चूक, दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में

मुख्यमंत्री पर हमला: सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में सुरक्षा में बड़ी चूक, दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में

नई दिल्ली। सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कैंप कार्यालय में मंगलवार को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक व्यक्ति सुरक्षा घेरा तोड़कर कार्यालय के अंदर पहुंच गया और मुख्यमंत्री पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की। इस घटना ने दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने जब आरोपित राजेश भाई की शिकायत जाननी चाही, तभी वह अचानक आक्रामक हो गया।

उसने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मुख्यमंत्री के पास जाकर दो थप्पड़ मारे और उनके बाल पकड़कर खींचने लगा। इसके बाद वह मुख्यमंत्री को ज़मीन पर गिराने में सफल हो गया और पास पड़ा पत्थर उठाकर उन पर वार करने की भी कोशिश की। हालांकि, समय रहते हमला टाल दिया गया। पूरी घटना लगभग 80 सेकंड तक चली, लेकिन इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी हमलावर को तत्काल काबू में नहीं कर पाए। यह लापरवाही बेहद चौंकाने वाली मानी जा रही है, विशेषकर तब, जब मुख्यमंत्री को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। मुख्यमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत तीन शिफ्ट में सुरक्षा ड्यूटी चलती है, दो पीएसओ लगातार उनके साथ रहते हैं और वाहन काफिले के साथ स्कॉर्ट व पायलट गाड़ियां होती हैं। इसके अलावा घर और कैंप कार्यालय के चारों ओर लगभग 15–20 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि आरोपी ने सुबह शालीमार बाग स्थित मुख्यमंत्री निवास पर भी पहुंचकर पहले बाहर फोन पर बातचीत की, फिर अंदर जाकर प्रोटोकॉल अधिकारी से मिला और वीडियो भी बनाया।

इसके बावजूद किसी को उसकी हरकतों पर शक नहीं हुआ, जो सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता पर सवाल उठाता है। घटना के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार है जब किसी वरिष्ठ नेता की सुरक्षा में इतनी गंभीर चूक सामने आई है। इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है और आमजन के बीच भी गहरी चिंता पैदा कर दी है।