म्यांमार में भूकंप, गृहयुद्ध रुका, विद्रोहियों ने रख दी बंदूकें, अब तक 1644 की मौत

म्यांमार में भूकंप, गृहयुद्ध रुका, विद्रोहियों ने रख दी बंदूकें, अब तक 1644 की मौत

Mar 30, 2025 - 10:05
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म्यांमार में भूकंप,  गृहयुद्ध रुका, विद्रोहियों ने रख दी बंदूकें, अब तक 1644 की मौत

म्यांमार में गृहयुद्ध के बीच एक भीषण भूकंप ने देश को हिलाकर रख दिया. 7.7 की तीव्रता वाले भूकंप से बड़ी तबाही मची है. 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इस आपदा के मौके पर गृहयुद्ध रुकता हुआ दिख रहा है। रविवार को सेना के तख्तापलट के विरोध में लड़ने वाले लड़ाकों ने अगले दो सप्ताह तक अस्थायी संघर्ष विराम का ऐलान किया. राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए यह कदम उठाया गया है. पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) ने 30 मार्च 2025 से भूकंप प्रभावित इलाकों में दो हफ्ते तक आक्रामक सैन्य कार्रवाईयों पर रोक लगाने की घोषणा की।

यह बयान शैडो नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (NUG) की ओर से आया है। हालांकि, PDF ने साफ किया है कि हमला होने की स्थिति में रक्षात्मक कार्रवाइयां की जाएंगी. सोशल मीडिया पर NUG ने एक बयान पोस्ट किया. इसमें कहा गया कि NUG अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में सुरक्षा, परिवहन और अस्थायी बचाव और चिकित्सा शिविरों की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और गैर सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करने की योजना बना रही है। म्यांमार में आए भूकंप के बाद मलबे से लगातार शव मिल रहे हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,644 हो गई है. सत्तारूढ़ सेना ने शनिवार को सरकारी टेलीविजन पर इसकी पुष्टि की. इससे कुछ घंटे पहले मृतकों की संख्या 1,002 बताई गई थी. शुक्रवार को आए इस भूकंप में घायल हुए लोगों की संख्या 3,408 है जबकि लापता लोगों की तादाद बढ़कर 139 हो गई है।

बर्मा के नाम से लोकप्रिय म्यांमार लंबे समय से चल रहे खूनी गृहयुद्ध की चपेट में है, और वहां पहले से ही एक बड़ा मानवीय संकट बना हुआ है. भूकंप के कारण म्यांमार में राहत एवं बचाव कार्यों को चलाना भी काफी मुश्किल हो रहा है। भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से ज्यादा दूर नहीं था. भूकंप के कारण कई इलाकों में इमारतें ढह गईं और व्यापक क्षति हुई है. भूकंप शुक्रवार दोपहर को आया, जिसका केंद्र म्यांमार के मांडले शहर से ज्यादा दूर नहीं था, इसके बाद कई झटके महसूस किए गए, जिनमें से एक की तीव्रता 6.4 थी. भूकंप के कारण कई क्षेत्रों में इमारतें ढह गईं, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, पुल ढह गए तथा एक बांध टूट गया. राजधानी नेपीता में शनिवार को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए कर्मचारी काम कर रहे थे, जबकि शहर के अधिकांश हिस्सों में बिजली, फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। म्यांमार की सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार से सत्ता छीन ली थी. अब यह देश लंबे समय से स्थापित विद्रोही संगठनों और नवगठित लोकतंत्र समर्थक समूहों के साथ गृहयुद्ध में शामिल है।

भूकंप के बाद भी सैन्य बलों ने विद्रोही संगठनों के खिलाफ हमले देखे गए थे. उत्तरी राज्य कायिन और दक्षिणी राज्य शान में तीन हवाई हमले किए गए. दोनों ही मंडाले राज्य की सीमा पर हैं. डेव यूबैंक ने यह जानकारी दी, जो अमेरिकी सेना के विशेष बल के पूर्व सैनिक हैं। यूबैंक ने 'फ्री बर्मा रेंजर्स' नामक संगठन की स्थापना की थी, जो एक मानवीय सहायता संगठन है और 1990 के दशक से म्यांमार में लड़ाकों और नागरिकों दोनों को सहायता प्रदान करता रहा है. म्यांमार की सरकार ने कहा कि भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में खून की मांग बहुत ज्यादा है. चीन ने कहा कि उसने 135 से अधिक बचाव कर्मियों व विशेषज्ञों के अलावा मेडिकल किट और जेनरेटर जैसी सामग्रियां भेजी हैं. आपातकालीन सहायता के तौर पर लगभग 13.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने का वादा किया है। हांगकांग ने 51 सदस्यों वाली एक टीम म्यांमार भेजी है. रूसी सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' की रिपोर्ट के अनुसार, रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने 120 बचावकर्मियों और राहत सामग्री को लेकर दो विमान भेजे हैं।

 मलेशिया ने भी रविवार को 50 लोगों के एक दल को म्यांमार भेजने की घोषणा की है. भारत ने एक बचाव दल तथा एक चिकित्सा दल के साथ-साथ राहत सामग्री भी भेजी है। म्यांमार के पड़ोसी देश थाईलैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए और इसने राजधानी बैंकॉक समेत देश के अन्य क्षेत्रों को हिलाकर रख दिया. बैंकॉक शहर के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के कारण अब तक 10 लोग मृत पाए गए हैं, 78 लोग लापता हैं. राजधानी के लोकप्रिय चतुचक बाजार के निकट एक निर्माण स्थल पर काफी तबाही हुई है. भूकंप के बाद कई टन मलबे को हटाने के लिए शनिवार को और भी कई भारी उपकरण लाए गए. लापता लोगों के मित्रों और परिवार के सदस्यों के बीच यह आशा धूमिल होती जा रही है कि वे जीवित मिल जाएंगे. भूकंप आने पर, थाईलैंड की सरकार के लिए एक चीनी कंपनी की ओर से बनाई जा रही 33 मंजिला ऊंची इमारत हिलने लगी. इसके बाद इमारत धूल के विशाल गुबार के साथ जमीन पर धराशायी हो गयी, जिससे लोग चीखने लगे और घटनास्थल से भागने लगे।